
लेह:
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और भारतीय सेना के गुडविल एंबेसडर महेंद्र सिंह धोनी अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान मंगलवार को लद्दाख पहुंचे और यहां सेना के नवनिर्मित मैदान का उद्घाटन किया।
धोनी भारतीय सेना और लद्दाख के स्थानीय लोगों की टीमों के बीच हुए मैच के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने सेना के मैदान का उद्घाटन किया जो दुनिया का सबसे ऊंचाई पर स्थित मैदान है।
सैकड़ों स्थानीय प्रशंसक धोनी की एक झलक पाने के लिए मैदान के बाहर खड़े थे लेकिन सेना ने उन्हें अंदर आने की स्वीकृति नहीं दी और उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा। धोनी ने कहा कि क्रिकेट में आने से पहले उनकी सेना से जुड़ने में रुचि थी लेकिन वह भारतीय रेलवे का हिस्सा बन गए।
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मैं खुशकिस्मत हूं कि अब भारतीय सेना का हिस्सा हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए नहीं हूं बल्कि जवानों को ऐसे हालात में काम करते हुए देखकर मेरा मनोबल और बढ़ा है।’’ इस दौरे के दौरान धोनी सियाचिन ग्लेशियर का भी दौरा करेंगे जो दुनिया का सबसे ऊंचा जंग का मैदान है। धोनी सोमवार को नियंत्रण रेखा पर सैनिकों से भी मिले थे।
धोनी भारतीय सेना और लद्दाख के स्थानीय लोगों की टीमों के बीच हुए मैच के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने सेना के मैदान का उद्घाटन किया जो दुनिया का सबसे ऊंचाई पर स्थित मैदान है।
सैकड़ों स्थानीय प्रशंसक धोनी की एक झलक पाने के लिए मैदान के बाहर खड़े थे लेकिन सेना ने उन्हें अंदर आने की स्वीकृति नहीं दी और उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा। धोनी ने कहा कि क्रिकेट में आने से पहले उनकी सेना से जुड़ने में रुचि थी लेकिन वह भारतीय रेलवे का हिस्सा बन गए।
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मैं खुशकिस्मत हूं कि अब भारतीय सेना का हिस्सा हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए नहीं हूं बल्कि जवानों को ऐसे हालात में काम करते हुए देखकर मेरा मनोबल और बढ़ा है।’’ इस दौरे के दौरान धोनी सियाचिन ग्लेशियर का भी दौरा करेंगे जो दुनिया का सबसे ऊंचा जंग का मैदान है। धोनी सोमवार को नियंत्रण रेखा पर सैनिकों से भी मिले थे।
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