नई दिल्ली : मुंबई के 26 साल के अजिंक्य रहाणे ने इस वर्ल्ड कप में अब तक 32.8 की औसत से सात मैचों में कुल 164 रन जोड़े हैं, जो उनके हुनर के मुताबिक बेहद अच्छे तो बिल्कुल नहीं कहे जा सकते। दरअसल, इस दौरान उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 79 रनों की एक उपयोगी पारी खेली थी, लेकिन वह शिखर धवन की शतकीय पारी के साये में छिप गई, परन्तु टीम इंडिया को ही नहीं, विदेशी दिग्गजों को भी उनसे अब भी इस टूर्नामेंट में बड़ी उम्मीदें हैं।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन तो उन्हें भारतीय बल्लेबाज़ों में तकनीक के लिहाज़ से सबसे उम्दा बल्लेबाज़ मानते हैं। वॉन कहते हैं कि टीम इंडिया में शानदार बल्लेबाज़ों की कमी नहीं है, लेकिन इनमें अजिंक्य रहाणे की तकनीक बेहतरीन है। वह कहते हैं कि दुनिया के किसी भी बल्लेबाज़ की तरह रहाणे स्पिन या तेज़ गेंदबाज़ी का सामना कर सकते हैं।
वर्ल्ड कप के पिछले चार मैचों में रहाणे को जब भी बल्लेबाज़ी का मौका मिला, उन्होंने कुल मिलाकर 85 रन जोड़े, लेकिन वॉन कहते हैं कि क्रीज़ पर रहाणे एकदम पुख़्ता तकनीक के साथ बल्लेबाज़ी करते हैं। वॉन बताते हैं कि रहाणे अपने बाएं पांव को क्रीज़ के बाहर बहुत दूर तक नहीं निकालते हैं, इसलिए जब वह बैकफुट पर रहते हैं तो उनका बैलेंस बना रहता है, और इसीलिए वह पुल शॉट्स लगाने के साथ-साथ ग्राउंड शॉट भी शानदार तरीके से लगाते हैं। 82 टेस्ट मैचों में 18 शतकों के साथ करीब साढ़े पांच हज़ार रन बनाने वाले वॉन मानते हैं कि अगले चार-पांच साल में रहाणे अपनी तकनीक की वजह से और निखर जाएंगे।
आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2015 के बारे में बात करते हुए वॉन ने यह भी कहा कि भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी वर्ल्ड कप जीतने का नुस्खा जानते हैं। उन्होंने कहा कि सेमीफाइनल में जो टीम पहले 15 ओवरों में बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी में अच्छा प्रदर्शन करेगी, वही जीतेगी।
40-वर्षीय वॉन के मुताबिक, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सेमीफाइनल मुकाबले के नतीजा इस बात पर भी निर्भर करेगा कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क और उपकप्तान स्टीवन स्मिथ किस तरह रविचंद्रन अश्विन की स्पिन गेंदबाज़ी का सामना करते हैं।