यह ख़बर 02 जनवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

‘मंकीगेट’ के बाद सचिन ने सम्मान खो दिया था!

खास बातें

  • ऑस्ट्रेलिया के समाचार पत्र ने सचिन की आलोचना करते हुए कहा कि 2008 के ‘मंकीगेट कांड’ में हरभजन का साथ देकर सचिन ने कुछ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का सम्मान खो दिया था।
सिडनी:

भारतीय क्रिकेट दिग्गज सचिन तेंदुलकर पर द्धेषपूर्ण शाब्दिक हमला करते हुए ऑस्ट्रेलिया के समाचार पत्र ने सोमवार को उनकी आलोचना करते हुए कहा कि 2008 के ‘मंकीगेट कांड’ में अपने साथी हरभजन सिंह का साथ देकर बल्लेबाजी के बादशाह ने कुछ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का सम्मान खो दिया था। ‘हेरल्ड सन’ में मैलकम कान ने ‘सचिन के गुनाह का शहर’ नाम से कालम लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा है, ‘क्रिकेट जगत जहां सिडनी में कल से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में लिटिल मास्टर के 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक की उम्मीद लगाए हुए है, वहीं कुछ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी अभी तक एंड्रयू साइमंड्स से जुड़े ‘मंकीगेट कांड ’ के लिए उन्हें माफ नहीं कर पाये हैं।’ लेखक ने लिखा है कि मंकीगेट कांड हमेशा तेंदुलकर को सताता रहेगा।
उनके अनुसार, ‘अपनी अद्वितीय उपलब्धियों के बावजूद तब उन्होंने कुछ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का सम्मान खो दिया था जब हरभजन सिंह . एंड्रयू साइमंड्स मामले में मुख्य गवाह के तौर पर उन्होंने एकदम से विपरीत रवैया अपनाया था।’
तेंदुलकर की भूमिका की पूर्व ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट ने अपनी किताब में तेंदुलकर की भूमिका की आलोचना की थी। मैलकम के इस आलेख को भारतीयों का ध्यान बंटाने का षड्यंत्र मात्र माना जा रहा है। तेंदुलकर अपने सौवें अंतरराष्ट्रीय शतक के करीब हैं और ऑस्ट्रेलिया में उनका बहुत अधिक सम्मान है। मशहूर कमेंटेटर हर्ष भोगले ने ट्वीट किया, ‘मैलकम कान से मेरे अच्छे रिश्ते हैं लेकिन मुझे इस पर असहमति जताने में खुशी है कि सिडनी 2008 तेंदुलकर के लिए शर्म की बात है।’


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