घटनास्थल पर पड़ा विमान का मलबा।
नई दिल्ली:
मंगलवार की सुबह करीब पौने 10 बजे शहबाद मोहम्मदपुर गांव की रहने वाली हिना ने देखा कि आसमान से बड़ी तेजी से एक विमान नीचे की तरफ आ रहा है। उस समय हिना अपने घर की छत पर खड़ी थीं। हिना के मुताबिक इससे पहले कि वे कुछ समझ पातीं विमान एक दीवार से टकराया और उसमें आग लग गई। दूर-दूर तक काला धुंआ दिखाई दे रहा था।
हेलीकॉप्टर सुधारने के लिए रांची जा रहा था दल
यह विमान बीएसएफ का था जो रनवे से उड़ान भरते ही क्रैश हो गया। देखते ही देखते यह छोटा विमान मलबे में बदल गया। विमान में सवार सभी 10 लोग इस हादसे में मारे गए। पुलिस के मुताबिक यह बीच क्राफ्ट सुपरकिंग एयर वी-200 प्लेन था, जिसमें सवार टेक्निकल टीम रांची जा रही थी। वहां उन्हें एक हेलीकॉप्टर को ठीक करना था।
पहले द्वारका के रिहायशी इलाके में मंडराया
विमान ने सुबह करीब 9:30 बजे एयरपोर्ट के टेक्निकल एरिया से उड़ान भरी। उड़ान भरते ही पॉयलट को प्लेन में खराबी का पता चला और उसने प्लेन को रनवे की तरफ वापस मोड़ा। एयरपोर्ट पर फुल इमरजेंसी घोषित कर दी गई। पहले प्लेन द्वारका के रिहाइशी इलाके से गुजरा उसके बाद सुबह ठीक 9:37 बजे एक पेड़ से टकराया। इसके बाद रनवे की बाहरी दीवार तोड़ते हुए एक बड़े सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जा टकराया।
दो व्यक्ति घायल हो गए
एयरपोर्ट के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के पास 4 मजदूर भी काम कर रहे थे, जिनमें अरविंद भी था। इस हादसे में अरविंद के माता-पिता भी घायल हो गए। अरविंद के मुताबिक विमान गिरते ही एक जोरदार धमाका हुआ और वे तेजी से भागे। जब मुड़कर देखा तो विमान मलबे में तब्दील हो चुका था।
20 साल पुराना था विमान
हादसे के बाद तेजी से राहत और बचाव काम शुरू हुए लेकिन प्लेन में सवार किसी शख्स को नहीं बचाया जा सका। हादसे की वजह किसी तकनीकी खराबी को माना जा रहा है क्योंकि सुबह विजिबिलिटी बिल्कुल ठीक थी। बीएसएफ के अधिकारियों के मुताबिक यह प्लेन 20 साल पुराना था। घटना के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह और दिल्ली के उपराज्यपाल ने घटनास्थल का दौरा किया।
बुधवार को होगा मृतकों का अंतिम संस्कार
प्लेन में जो लोग सवार थे उनमें पायलट भगवती प्रसाद भट्ट, सह पायलट राजेश शिवरैन, डिप्टी कमांडेंट डी कुमार ,इंस्पेक्टर एसएन शर्मा, आरके यादव ,सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह, सीएल शर्मा, रवींद्र कुमार, एएसआई डीपी चौहान और कांस्टेबल केआर रावत हैं। मारे गए सभी जवानों का पोस्टमार्टम दिल्ली के एम्स में हुआ। बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा।
हेलीकॉप्टर सुधारने के लिए रांची जा रहा था दल
यह विमान बीएसएफ का था जो रनवे से उड़ान भरते ही क्रैश हो गया। देखते ही देखते यह छोटा विमान मलबे में बदल गया। विमान में सवार सभी 10 लोग इस हादसे में मारे गए। पुलिस के मुताबिक यह बीच क्राफ्ट सुपरकिंग एयर वी-200 प्लेन था, जिसमें सवार टेक्निकल टीम रांची जा रही थी। वहां उन्हें एक हेलीकॉप्टर को ठीक करना था।
पहले द्वारका के रिहायशी इलाके में मंडराया
विमान ने सुबह करीब 9:30 बजे एयरपोर्ट के टेक्निकल एरिया से उड़ान भरी। उड़ान भरते ही पॉयलट को प्लेन में खराबी का पता चला और उसने प्लेन को रनवे की तरफ वापस मोड़ा। एयरपोर्ट पर फुल इमरजेंसी घोषित कर दी गई। पहले प्लेन द्वारका के रिहाइशी इलाके से गुजरा उसके बाद सुबह ठीक 9:37 बजे एक पेड़ से टकराया। इसके बाद रनवे की बाहरी दीवार तोड़ते हुए एक बड़े सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जा टकराया।
एयरपोर्ट के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के पास 4 मजदूर भी काम कर रहे थे, जिनमें अरविंद भी था। इस हादसे में अरविंद के माता-पिता भी घायल हो गए। अरविंद के मुताबिक विमान गिरते ही एक जोरदार धमाका हुआ और वे तेजी से भागे। जब मुड़कर देखा तो विमान मलबे में तब्दील हो चुका था।
20 साल पुराना था विमान
हादसे के बाद तेजी से राहत और बचाव काम शुरू हुए लेकिन प्लेन में सवार किसी शख्स को नहीं बचाया जा सका। हादसे की वजह किसी तकनीकी खराबी को माना जा रहा है क्योंकि सुबह विजिबिलिटी बिल्कुल ठीक थी। बीएसएफ के अधिकारियों के मुताबिक यह प्लेन 20 साल पुराना था। घटना के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह और दिल्ली के उपराज्यपाल ने घटनास्थल का दौरा किया।
बुधवार को होगा मृतकों का अंतिम संस्कार
प्लेन में जो लोग सवार थे उनमें पायलट भगवती प्रसाद भट्ट, सह पायलट राजेश शिवरैन, डिप्टी कमांडेंट डी कुमार ,इंस्पेक्टर एसएन शर्मा, आरके यादव ,सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह, सीएल शर्मा, रवींद्र कुमार, एएसआई डीपी चौहान और कांस्टेबल केआर रावत हैं। मारे गए सभी जवानों का पोस्टमार्टम दिल्ली के एम्स में हुआ। बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा।
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