बीजेपी (BJP) शासित तीनों नगर निगमों के महापौरों ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के आवास के बाहर धरना देकर करोड़ों रुपये के कोष के मुद्दे पर उनसे मुलाकात की मांग की. महापौरों ने दावा किया कि यह कोष निगमों का आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर बकाया है. तीनों महापौरों जयप्रकाश (उत्तरी दिल्ली), अनामिका (दक्षिणी दिल्ली) और निर्मल जैन (पूर्वी दिल्ली) ने संयुक्त रूप से दावा किया कि निगमों के दिल्ली सरकार पर कुल 13,000 करोड़ रुपये बकाया हैं.
उत्तरी दिल्ली के महापौर जय प्रकाश ने कहा कि वह और दो अन्य महापौर इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से मुलाकात की मांग करने के लिए सुबह करीब 11 बजे उनके आवास पर पहुंच गए थे. जयप्रकाश ने कहा, ''तीनों महापौर सुबह से जमीन पर बैठे हैं और संविधान को कायम रखने की बात करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री ने महापौर के संवैधानिक पद और तीन नेताओं का अपमान किया है, जो दिल्ली के प्रथम नागरिक हैं.''
बीजेपी के तीनों नेता सुबह से धरने पर बैठे थे. इसके बाद दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन आए और उनसे मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने धरना खत्म किया.
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दिल्ली बीजेपी के एक पदाधिकारी ने दावा किया कि मंत्री ने तीनों महापौरों को निगमों का बकाया कोष जल्द ही जारी करने का आश्वासन दिया है. हालांकि जैन ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के निर्देश पर महापौरों को मुलाकात के लिए बुलाया था लेकिन वे नहीं आए.
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