मुंबई : युवक का मुंडन करने वाले शिवसैनिकों के खिलाफ मामला दर्ज करने को तैयार हुई पुलिस

पीड़ित युवक राहुल तिवारी ने पुलिस थाने में जाकर नया बयान देने से इनकार कर दिया, कहा कि वह अपना बयान पहले ही दे चुका है

मुंबई : युवक का मुंडन करने वाले शिवसैनिकों के खिलाफ मामला दर्ज करने को तैयार हुई पुलिस

पीड़ित युवक राहुल तिवारी (फाइल फोटो).

खास बातें

  • फेसबुक पर उद्धव ठाकरे को 'टकला' लिखने पर किया था मुंडन
  • बीजेपी ने कहा- पहले आरोपियों को गिरफ्तार करे पुलिस
  • पुलिस चाहती है कि पीड़ित युवक फिर से बयान दे
मुंबई:

आखिरकार मुंबई पुलिस वडाला में युवक का मुंडन करने के मामले में एफआईआर लेने को तैयार हो गई है, पर अब पीड़ित युवक ने पुलिस थाने जाकर नया बयान देने से इनकार कर दिया है. उसका कहना है कि वो अपना बयान पहले ही दे चुका है. इस बीच बीजेपी ने शिवसेना की दादागिरी के खिलाफ पुलिस थाने में जाकर आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की.

वडाला में युवक का सिर मुंडाने के मामले में पहले समझौता कराने पर तुली पुलिस ने आखिरकार एफाआईआर दर्ज करने का मन बना लिया है. पर वह चाहती है कि पीड़ित युवक फिर से बयान दे. जबकि बीजेपी चाहती है कि पुलिस पहले के बयान के आधार पर ही मामला दर्ज करके पहले आरोपियों को गिरफ्तार करे.

वडाला में युवक का जबर्दस्ती मुंडन करने का यह मामला पुलिस और शिवसेना की गले की हड्डी बन गया है.
शुरू में दोनों पक्षों में समझौता कराने पर तुली पुलिस अब दबाव बढ़ने पर एफआईआर दर्ज करने के लिए तैयार हो गई है पर वह चाहती है कि पीड़ित युवक राहुल तिवारी फिर से आकर बयान दे.

लेकिन इसे राजनीतिक मुद्दा बना चुकी बीजेपी का कहना है कि फिर से बयान की जरूरत नहीं है. पुलिस पहले मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ़्तार करे. अपनी मांग के समर्थन में बीजेपी ने पुलिस थाने तक मोर्चा भी निकाला. बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मिलकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और शिवसेना पर दादागिरी करने का आरोप लगाया.

उद्धव ठाकरे पर यह टिप्पणी की तो शिवसैनिकों ने युवक का मुंडन करा दिया, पुलिस ने भी नोटिस दिया

गौरतलब है कि मुंबई के वडाला में सोमवार को शिवसैनिकों ने राहुल तिवारी नाम के एक युवक को पकड़कर सिर्फ इसलिए जबर्दस्ती उसका मुंडन कर दिया था क्योंकि उसने फेसबुक पर उद्धव ठाकरे को 'टकला' लिख दिया था. राहुल की शिकायत थी कि पुलिस ने इस मामले में उसकी शिकायत लेने के बजाय उसको ही 149 का नोटिस पकड़ा दिया.

इस घटना को लेकर पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने पुलिस पर सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाया. किरीट का कहना था कि ''एक तरफ जामिया की घटना की तुलना जलियांवाला बाग से करना और दूसरी तरफ कानून हाथ में लेने वाले अपने लोगों को बचाना, यह कहां का न्याय है?'' किरीट ने कहा कि अगर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो वे राज्यपाल के पास जाएंगे और अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे.

राहुल तिवारी का ने कहा था कि उसने गलती की, तो माफी मांग ली थी, अपनी पोस्ट भी डिलीट कर दी. पर उसके बाद शिवसैनिकों ने आकर उसकी पिटाई की और मुंडन कर दिया. फिर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उसकी बदनामी की. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय समझौते के लिए दबाव डाला. बुलाकर दिनभर बिठाया पर उसकी एफआईआर नहीं ली. उसने कहा था कि उसे डर है कि आरोपी खुले में घूम रहे हैं और वे उसे फिर से निशाना बना सकते हैं.

इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका तो संदेह के घेरे में है ही बीजेपी और शिवसेना भी सवालों में हैं. दोनों पार्टियों को सोशल मीडिया पर लिखा कई बार नागवार गुजरता है. बीजेपी ने देवेन्द्र फडणवीस पर बने एक साधारण से म्युजिक वीडियो पर सदन में सवाल उठा दिया और सेना तो मरने, मारने पर उतारू है.

VIDEO : शिवसैनिकों ने सार्वजनिक अपमान किया

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