मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी समर्थित ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया' (SFI) और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच कोलकाता के पास राजपुर में रविवार को झड़प हो गई जिसमें कई लोग घायल हो गए. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि एसएफआई के कार्यकर्ता स्कूल और कॉलेज खोलने की मांग को लेकर इलाके में जुलूस निकाल रहे थे और इस वजह से सोनारपुर दक्षिण से तृणमूल कांग्रेस की विधायक लवली मोइत्रा यातायात में फंस गईं. अधिकारी ने कहा कि नारेबाजी के बीच, एसएफआई कार्यकर्ताओं और मोइत्रा के साथ आए तृणमूल समर्थकों के बीच कहासुनी हो गई.
उन्होंने कहा कि इसके बाद मामला बढ़ गया और दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए. अधिकारी ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को भेजा गया.
एसएफआई की एक नेता ने कहा, “रैली सोनारपुर स्टेशन से शुरू हुई और हम राजपुर की ओर बढ़ रहे थे. हमारी मांग थी कि छात्रों के हित में शैक्षणिक संस्थान खोले जाएं. हमने रैली के लिए पुलिस की अनुमति ली थी.” उन्होंने कहा, “पता नहीं कहां से, तृणमूल के कार्यकर्ता आ गए और हम जब राजपुर पहुंचे तब उन्होंने हमें पीटना शुरू कर दिया.”
मोइत्रा ने कहा कि जब उनकी कार यातायात में फंसी थी तब रैली से उन्हें अपशब्द कहे गए. उन्होंने दावा किया कि जब तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया तो एसएफआई कार्यकर्ताओं ने उनको पीटना शुरू कर दिया. मोइत्रा ने कहा, “घटना के पीछे जो भी हैं मैं उन्हें सजा दिलाना चाहती हूं.” पुलिस ने कहा कि घटना के संबंध में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
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