शंकर सिंह वघेला की फाइल तस्वीर
मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शंकर सिंह वघेला तथा अन्य के खिलाफ कथित मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है. यह मामला मुंबई में नेशनल टेक्सटाइल कॉरपोरेशन की एक प्रमुख जमीन की बिक्री से संबंधित है, जिससे सरकारी खजाने को कथित रूप से 709 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पिछले साल संज्ञान लेते हुए आपराधिक भ्रष्टाचार का मामला दायर किया था. प्रवर्तन निदेशालय ने अब मनी लॉन्ड्रिंग रोधक कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत मामला दायर किया है.
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी इस मामले में सीबीआई और अन्य एजेंसियों से जानकारी जुटाने के बाद जांच की है. इसके अलावा उसने आरोपियों द्वारा जुटाई गई 'अपराध की कमाई' की पहचान भी की है. उन्होंने कहा कि गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री वघेला तथा अन्य लोग जिनका नाम एफआईआर में है, उन सबको जल्द पूछताछ के लिए समन किया जाएगा.
यह मामला मुंबई के वर्ली क्षेत्र में एनटीसी की जमीन की बिक्री कोलकाता की एक कंपनी को मात्र 29.35 करोड़ रुपये में बेचने से संबंधित है. उस समय वघेला कपड़ा मंत्री थे.
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने आपराधिक साजिश कर जमीन का स्थानांतरण गलत तरीके से मात्र 29.35 करोड़ रुपये में किया, जबकि इसकी वास्तविक कीमत कहीं अधिक थी। इससे सरकारी खजाने को करीब 709.27 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
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