मुख्यमंत्री जे जयललिता (फाइल फोटो)
चेन्नई:
अप्रत्याशित वर्षा एवं बाढ़ से तमिलनाडु में भारी तबाही होने के बीच मुख्यमंत्री जे जयललिता ने मंगलवार को 25,912 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता मांगी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे पत्र में उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण तथा बाढ़ प्रभावितों को राहत प्रदान कर उनकी तकलीफ कम करने के लिए कटिबद्ध है।
14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के बाद राज्य को नुकसान
उन्होंने कहा कि ये लागत बहुत बड़ी है और तमिलनाडु सरकार के लिए उस खर्च का वहन करना खासकर 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के बाद केंद्रीय करों के हिस्से में भारी नुकसान के बाद बड़ा मुश्किल है। मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा कि उनकी सरकार ने नवंबर में 8481 करोड़ रुपये का कुल नुकसान होने का ब्योरा देकर पहले एक ज्ञापन सौंपा था जिसके बाद एक केंद्रीय दल मौके पर आकलन करने के लिए तमिलनाडु आया भी था।
तमिलनाडु को तत्काल अतिरिक्त 17431.51 करोड़ की जरूरत है
उन्होंने लिखा कि लेकिन टीम के इस दौरे के बाद 1 दिसंबर को चौथी बार और सबसे अधिक वर्षा हुई, फलस्वरूप चेन्नई, कांचीपुरम और तिरूवल्लूर जिलों में भारी बाढ़ आई थी तथा कुड्डालूर भी प्रभावित हुआ। जयललिता ने कहा, ‘‘अब हमने पूरक ज्ञापन तैयार किया है जो दिसंबर, 2015 के पहले हफ्ते में चौथी वर्षा और तत्पश्चात आयी बाढ़ से हुए नुकसान को परिलक्षित करता है। तमिलनाडु को अस्थायी एवं स्थायी रूप से चीजें बहाल करने के लिए तत्काल अतिरिक्त 17431.51 करोड़ की जरूरत है।’’ उन्होंने पत्र में मोदी से कहा है कि सरकार के अब पूरक ज्ञापन तैयार करने के बाद राज्य को राहत एवं बहाली प्रयासों के लिए कुल 25912.45 करोड़ रुपये की जरूरत होगी जिसमें पिछला 8481 करोड़ रुपया भी शामिल है।
पीएम मोदी को सीएम जयललिता ने लिखी चिट्ठी
उन्होंने पीएम मोदी से अपील की, ‘‘मैं आपसे गृह मंत्रालय एवं अन्य संबद्ध मंत्रालयों से बाढ़ से हुई तबाही के मद्देनजर सहायता के वास्ते हमारे ज्ञापनों पर शीघ्रता से गौर करने और राज्य सरकार की 25912.45 करोड़ रुपये की जरूरत की यथाशीघ्र पूर्ति के लिए जरूरी धनराशि जारी करने का निर्देश देने का अनुरोध करती हूं।’’ मुख्यमंत्री ने यहां रविवार को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से किए गए 2000 करोड़ रुपये तत्काल जारी करने संबंधी अनुरोध का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री से वित्त मंत्रालय को यह धनराशि जल्द जारी करने का निर्देश देने की अपील की।
14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के बाद राज्य को नुकसान
उन्होंने कहा कि ये लागत बहुत बड़ी है और तमिलनाडु सरकार के लिए उस खर्च का वहन करना खासकर 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के बाद केंद्रीय करों के हिस्से में भारी नुकसान के बाद बड़ा मुश्किल है। मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा कि उनकी सरकार ने नवंबर में 8481 करोड़ रुपये का कुल नुकसान होने का ब्योरा देकर पहले एक ज्ञापन सौंपा था जिसके बाद एक केंद्रीय दल मौके पर आकलन करने के लिए तमिलनाडु आया भी था।
तमिलनाडु को तत्काल अतिरिक्त 17431.51 करोड़ की जरूरत है
उन्होंने लिखा कि लेकिन टीम के इस दौरे के बाद 1 दिसंबर को चौथी बार और सबसे अधिक वर्षा हुई, फलस्वरूप चेन्नई, कांचीपुरम और तिरूवल्लूर जिलों में भारी बाढ़ आई थी तथा कुड्डालूर भी प्रभावित हुआ। जयललिता ने कहा, ‘‘अब हमने पूरक ज्ञापन तैयार किया है जो दिसंबर, 2015 के पहले हफ्ते में चौथी वर्षा और तत्पश्चात आयी बाढ़ से हुए नुकसान को परिलक्षित करता है। तमिलनाडु को अस्थायी एवं स्थायी रूप से चीजें बहाल करने के लिए तत्काल अतिरिक्त 17431.51 करोड़ की जरूरत है।’’ उन्होंने पत्र में मोदी से कहा है कि सरकार के अब पूरक ज्ञापन तैयार करने के बाद राज्य को राहत एवं बहाली प्रयासों के लिए कुल 25912.45 करोड़ रुपये की जरूरत होगी जिसमें पिछला 8481 करोड़ रुपया भी शामिल है।
पीएम मोदी को सीएम जयललिता ने लिखी चिट्ठी
उन्होंने पीएम मोदी से अपील की, ‘‘मैं आपसे गृह मंत्रालय एवं अन्य संबद्ध मंत्रालयों से बाढ़ से हुई तबाही के मद्देनजर सहायता के वास्ते हमारे ज्ञापनों पर शीघ्रता से गौर करने और राज्य सरकार की 25912.45 करोड़ रुपये की जरूरत की यथाशीघ्र पूर्ति के लिए जरूरी धनराशि जारी करने का निर्देश देने का अनुरोध करती हूं।’’ मुख्यमंत्री ने यहां रविवार को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से किए गए 2000 करोड़ रुपये तत्काल जारी करने संबंधी अनुरोध का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री से वित्त मंत्रालय को यह धनराशि जल्द जारी करने का निर्देश देने की अपील की।
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