
सोमवार यानी 28 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार ने शानदार ओपनिंग की. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों इंडेक्स हरे निशान में खुलकर मजबूती के साथ कारोबार कर रहे हैं. दोपहर 12:35 बजे सेंसेक्स 1,070.89 अंकों (1.35%) की जोरदार तेजी के साथ 80,283.42 पर ट्र्रेड कर रहा था. सेंसेक्स ने आज यानी हफ्ते के पहले कारोबारी दिन एक बार फिर 80,000 का आंकड़ा पार कर लिया. वहीं, निफ्टी भी 304.35 अंकों (1.27%) की जबरदस्त तेजी के साथ 24,343.70 पर पहुंच गया.
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 638.25 अंकों (0.81%) की बढ़त के साथ 79,850.78 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 174.30 अंकों (0.73%)की तेजी के साथ 24,213.65 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 3% की तेजी
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 16 शेयर हरे निशान में नजर आए. इनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा और सन फार्मा टॉप गेनर्स रहे. सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में तीन प्रतिशत की तेजी आई. इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, लार्सन एंड टूब्रो और एनटीपीसी के शेयर भी मुनाफे में रहे. जबकि एचसीएल टेक, टेक महिन्द्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विस, बजाज फाइनेंस और नेस्ले के शेयर नुकसान में रहे.
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स उछले
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो एफएमसीजी, मीडिया और आईटी को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जिनमें 0.83 प्रतिशत तक की तेजी देखने को मिली. ब्रॉडर मार्केट में भी हल्की बढ़त रही, जहां बीएसई मिडकैप 0.50 प्रतिशत और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.09 प्रतिशत चढ़े.
बीते हफ्ते बाजार में दिखी मजबूती
पिछले हफ्ते भी भारतीय शेयर बाजार मजबूती के साथ बंद हुए थे. 21 से 25 अप्रैल के बीच सेंसेक्स में 659.33 अंकों यानी 0.83% की बढ़त दर्ज की गई थी. वहीं, निफ्टी में भी 187.7 अंकों यानी 0.78% का इजाफा हुआ था. इस तेजी की वजह से देश की टॉप 10 कंपनियों में से 6 कंपनियों के कुल मार्केट कैप में 1.18 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ.
एफपीआई का बढ़ता भरोसा
बीते हफ्ते विदेशी निवेशकों (FPI) ने भारतीय मार्केट में जबरदस्त निवेश किया. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, 21 से 25 अप्रैल के बीच एफपीआई ने इक्विटी मार्केट में करीब 17,800 करोड़ रुपये का निवेश किया. इसके अलावा घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने भी कैश सेगमेंट में करीब 1,132 करोड़ रुपये का निवेश किया.इससे पहले, 18 अप्रैल को खत्म हुए हफ्ते में भी एफपीआई ने 8,500 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था, जो बाजार में विदेशी निवेशकों के भरोसे को दिखाता है.
मार्केट की तेजी के पीछे की वजह
शेयर बाजार में बनी हुई यह तेजी कई फैक्टर्स पर निर्भर है, जिसमें एफपीआई का लगातार निवेश, मजबूत ग्लोबल संकेत और भारतीय कंपनियों के अच्छे तिमाही नतीजे शामिल हैं. बाजार के जानकारों का मानना है कि अगर ये पॉजिटिव संकेत जारी रहे, तो आने वाले दिनों में भी सेंसेक्स और निफ्टी नए रिकॉर्ड बना सकते हैं.
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