
देश की दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस ने गुरुवार को कहा कि कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा सालाना आधार पर 11.7 प्रतिशत गिरकर 7,033 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि पिछले साल समान तिमाही में 7,969 करोड़ रुपये था. इसका मतलब है कि पिछले साल की तुलना में इस बार इन्फोसिस की कमाई 936 करोड़ कम हुई. हालांकि, कंपनी की आय सालाना आधार पर 8 प्रतिशत बढ़कर 40,925 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि एक साल पहले समान अवधि में 37,923 करोड़ रुपये थी.
जनवरी-मार्च अवधि में कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन 21 प्रतिशत रहा है, जो कि पिछले साल समान अवधि के आंकड़े 20.1 प्रतिशत से अधिक है. हालांकि, यह इससे पिछली तिमाही के मार्जिन 21.3 प्रतिशत से कम है.
इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 22 रुपये प्रति इक्विटी शेयर का अंतिम लाभांश देने की भी घोषणा की है. लाभांश भुगतान और वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के लिए रिकॉर्ड डेट 30 मई तय की गई है. लाभांश का भुगतान 30 जून को किया जाएगा.
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि एजीएम और अंतिम लाभांश के भुगतान के लिए रिकॉर्ड डेट 30 मई तय की गई है. लाभांश का भुगतान 30 जून को किया जाएगा. इन्फोसिस के सीईओ और एमडी सलिल पारेख ने कहा कि कंपनी ने एक मजबूत संगठन बनाया है. इस प्रदर्शन का श्रेय क्लाइंट के भरोसे और कर्मचारियों के समर्पण को दिया.
उन्होंने कहा कि एआई, क्लाउड और डिजिटल सॉल्यूशंस के साथ-साथ लागत दक्षता और ऑटोमेशन में इन्फोसिस की मजबूती, इसे भविष्य की क्लाइंट जरूरतों के लिए अच्छी स्थिति में रखती है. कंपनी ने वित्त वर्ष 26 के रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस को 0 से 3 प्रतिशत (कांस्टेंट करेंसी) के बीच रखा है.
जानकारों ने कहा कि चौथी तिमाही में मुनाफे में गिरावट से संकेत मिलता है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव के कारण आईटी क्षेत्र के लिए चुनौतियां बनी हुई हैं. इन्फोसिस का शेयर गुरुवार को 1.07 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,428 रुपये पर बंद हुआ. 2025 की शुरुआत से अब तक इन्फोसिस का शेयर 25 प्रतिशत की गिर चुका है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं