वैश्विक उठापटक (Global Crisis) के बाद भी भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) में सालाना आधार पर 15 से 16 प्रतिशत का रिटर्न निवेशकों को मिलता रहेगा. दिग्गज निवेशक रमेश दमानी (Ramesh Damani )ने सोमवार को यह बात कही है. 'एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024' (NDTV World Summit) के साइडलाइन में आईएएनएस से बातचीत करते हुए दमानी ने कहा कि वैश्विक उठापटक का शेयर बाजार की वृद्धि दर पर कोई असर नहीं होगा.
उतार-चढ़ाव के बाद भी बाजार सालाना 15 से 16% देगा रिटर्न
वैश्विक उठापटक के कारण कभी भी शेयर बाजार (Share Market India) पर नकारात्मक नहीं होना चाहिए. उठापटक बाजार का हिस्सा है. मुझे लगता है कि उतार-चढ़ाव के बाद भी बाजार सालाना आधार पर 15 से 16 प्रतिशत का रिटर्न देगा.
दुनिया के सभी उभरते हुए बाजारों में भारत का प्रदर्शन सबसे अच्छा
रमेश दमानी ने आगे कहा कि ईरान-इजरायल में संघर्ष शेयर बाजार (Iran-Israel war Impact on Share Market) के लिए खराब है, लेकिन तेजी के बाजार में सभी चिंता फीकी रह जाती हैं. मौजूदा शेयर बाजार ने भू-राजनीतिक संघर्षों को डिस्काउंट कर लिया है. उन्होंने आगे कहा कि दुनिया के सभी उभरते हुए बाजारों में भारत का प्रदर्शन सबसे अच्छा है. इसकी वजह 3डी (डेमोक्रेसी, डिजिटाइजेशन और डेमोग्राफिक्स) होना है.
इससे पहले इस इवेंट में वैश्विक निवेशक मार्क मोबियस (Mark Mobius) ने कहा था कि वह निवेश के दौरान कंपनी में रिटर्न-ऑन-इक्विटी, डेट-टू-इक्विटी और मैनेजमेंट की क्वालिटी देखते हैं. वह निवेश के दौरान प्राइस-टू-अर्निंग (पीई) रेश्यो को ज्यादा महत्व नहीं देते हैं, क्योंकि यह कंपनी के पुराने प्रदर्शन को दिखाता है.
मोबियस ने युवा निवेशकों को सलाह देते हुए कहा कि कभी भी बाजार में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. आपको बाजार को अच्छे से समझना चाहिए और तर्क के आधार पर चुने हुए शेयरों में निवेश करना चाहिए.
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