
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती की है और इसके बाद भारतीय शेयर बाजार ने गुरुवार सुबह मजबूती के साथ शुरुआत की. प्री-ओपनिंग सेशन में बीएसई सेंसेक्स 415 अंक (0.50%) ऊपर चढ़कर 83,108 पर पहुंच गया, वहीं निफ्टी 50 भी 110 अंक (0.44%) की बढ़त के साथ 25,441 पर खुला.
इससे पहले रेट कट की उम्मीद से बुधवार को भी बाजार तेजी के साथ बंद हुआ था. सेंसेक्स 313 अंक ऊपर 82,693 पर और निफ्टी 91 अंक बढ़कर 25,330 पर बंद हुआ था. कल पिछले 11 ट्रेडिंग सेशंस में निफ्टी 10 बार बढ़त के साथ बंद हुआ है और यह अपने ऑल टाइम हाई से सिर्फ 3.6 प्रतिशत नीचे है. इस तेजी के पीछे जीएसटी रेट कट और अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद जैसे फैक्टर अहम रहे हैं.
शुरुआती कारोबार में निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.54 % चढ़ा
बाजार में तेजी का नेतृत्व आईटी शेयरों ने किया है. शुरुआती कारोबार में निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.54 प्रतिशत की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था. इसके अलावा, ऑटो, पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, एफएमसीजी, रियल्टी और मीडिया हरे निशान में थे. मेटल और एनर्जी इंडेक्स लाल निशान में थे.
लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी तेजी के साथ कारोबार हो रहा है. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 195 अंक या 0.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,043 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 43 अंक या 0.24 प्रतिशत की तेजी के साथ 18,467 पर था.
ये हैं टॉप गेनर्स और लूजर्स
सेंसेक्स पैक में इन्फोसिस, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, सन फार्मा, टीसीएस, एचयूएल, आईटीसी, टाटा मोटर्स, अदाणी पोर्ट्स, पावर ग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति सुजुकी , इटरनल (जोमैटो) और एशियन पेंट्स टॉप गेनर्स थे.
फेड रेट कट का असर भारत पर
अमेरिकी फेड ने इस साल पहली बार ब्याज दर घटाते हुए 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की और अब रेट 4 से 4.25 प्रतिशत के बीच आ गया है. फेड चेयर जेरोम पॉवेल ने साफ किया कि ये कदम रिस्क को मैनेज करने के लिए उठाया गया है और फिलहाल आक्रामक कटौती की जरूरत नहीं है.
हालांकि उन्होंने संकेत दिए कि 2025 में दो और कटौती हो सकती है. अमेरिका में ब्याज दर कम होने से ट्रेजरी यील्ड और डॉलर कमजोर होते हैं और इससे भारत जैसे उभरते बाजारों में विदेशी निवेशक ज्यादा पैसा लगाते हैं. एफपीआई के साथ-साथ घरेलू संस्थागत निवेशकों का सपोर्ट भी बाजार को मजबूती दे रहा है.
आरबीआई पर ब्याज दर घटाने का दवाब
एक्सपर्ट्स का मानना है कि फेड रेट कट और जीएसटी कटौती से महंगाई में राहत मिलेगी और इससे अक्टूबर 2025 में आरबीआई द्वारा ब्याज दर घटाने की संभावना बढ़ गई है. अगर ऐसा होता है तो लोन सस्ते हो सकते हैं और मार्केट को और मजबूती मिल सकती है.
ग्लोबल मार्केट्स का अपडेट
वैश्विक स्तर पर मिलेजुले संकेत मिले हैं. अमेरिका में डाउ जोंस 260 अंक ऊपर बंद हुआ लेकिन एसएंडपी 500 और नैस्डैक हल्की गिरावट के साथ बंद हुए. एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 0.6 प्रतिशत ऊपर जाकर रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.43 प्रतिशत चढ़ा, जबकि ऑस्ट्रेलिया का एएसएक्स 200 इंडेक्स 0.57 प्रतिशत गिर गया.
कमोडिटी और करेंसी मार्केट का हाल
तेल की कीमतों में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ और यह लगभग स्थिर रहीं. सोना नीचे आया क्योंकि डॉलर में मजबूती लौटी. डॉलर पहले 3.5 साल के निचले स्तर तक गिरा लेकिन बाद में रिकवर हो गया.
फेड रेट कट के बाद भारतीय शेयर बाजार में तेजी आई है,क्योंकि इससे विदेशी निवेश बढ़ने की उम्मीद है और आने वाले महीनों में आरबीआई भी ब्याज दर घटा सकता है.
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