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This Article is From May 29, 2025

क्रिसिल का अनुमान: FY26 में भारत की GDP ग्रोथ रहेगी 6.5%, घरेलू खपत और मानसून बनेंगे मजबूत सपोर्ट

GDP Growth India in FY26: क्रिसिल ने अनुमान लगाया है कि RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) इस साल रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर सकती है.

क्रिसिल का अनुमान: FY26 में भारत की GDP ग्रोथ रहेगी 6.5%, घरेलू खपत और मानसून बनेंगे मजबूत सपोर्ट
CRISIL GDP forecast: क्रिसिल का मानना है कि अच्छी घरेलू खपत, बेहतर मानसून, कम महंगाई और सस्ती ब्याज दरें मिलकर भारत की जीडीपी ग्रोथ को 6.5 प्रतिशत तक ले जा सकती हैं.
नई दिल्ली:

रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने गुरुवार, 29 मई को बताया कि वित्त वर्ष 2026 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है. एजेंसी का मानना है कि घरेलू खपत में सुधार से इंडस्ट्री को अच्छा सपोर्ट मिलेगा और इससे ग्रोथ को रफ्तार मिलेगी.

महंगाई और दरों में राहत से घरेलू मांग में सुधार की उम्मीद

क्रिसिल ने एक रिपोर्ट में कहा है कि आने वाले समय में घरेलू खपत में सुधार की उम्मीद है. इसके पीछे कई वजहें हैं जैसे महंगाई में कमी, रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से ब्याज दरों में कटौती, संभावित इनकम टैक्स छूट और अच्छी खेती की उम्मीद.

मानसून और कच्चे तेल की कीमतें देंगे सपोर्ट

इस बार भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सामान्य से अच्छा मानसून रहने की संभावना जताई है. इसका फायदा खेती को मिलेगा और साथ ही महंगाई भी कंट्रोल में रहने की उम्मीद है. क्रिसिल ने यह भी कहा है कि इस साल कच्चे तेल की औसत कीमतें 65 से 70 डॉलर प्रति बैरल के आसपास रह सकती हैं, जो पिछले साल के 78.8 डॉलर प्रति बैरल से कम हैं.

RBI से रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की उम्मीद

क्रिसिल ने अनुमान लगाया है कि RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) इस साल रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर सकती है. इसका असर यह होगा कि बैंक लोन की ब्याज दरें घटेंगी और लोग ज्यादा खर्च करेंगे, जिससे घरेलू मांग को बढ़ावा मिलेगा.

हाल ही में आए डेटा के मुताबिक, कुछ एक्सपोर्ट सेक्टर जैसे फार्मा और केमिकल्स में उत्पादन थोड़ा धीमा रहा है, लेकिन रेडीमेड गारमेंट्स और मशीनरी जैसे सेक्टर को फायदा मिला है.

कंज्यूमर ड्यूरेबल प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ी

इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, फ्रिज और टीवी जैसे कंज्यूमर ड्यूरेबल्स के उत्पादन में नवंबर महीने में 6.4% की बढ़ोतरी दर्ज की गई. इसका मतलब है कि लोगों की आमदनी बढ़ रही है और वो ज्यादा खर्च कर रहे हैं.

इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में 4% ग्रोथ

सरकार की ओर से हाइवे, रेलवे और पोर्ट्स जैसे सेक्टर में बड़े प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं, जिनसे इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में अप्रैल महीने में 4 प्रतिशत की ग्रोथ देखने को मिली.

FY26 में ग्रोथ पॉजिटिव रहने की उम्मीद

क्रिसिल का मानना है कि अच्छी घरेलू खपत, बेहतर मानसून, कम महंगाई और सस्ती ब्याज दरें मिलकर भारत की जीडीपी ग्रोथ को 6.5 प्रतिशत तक ले जा सकती हैं. हालांकि, ग्लोबल परिस्थितियों का असर कुछ हद तक रिस्क बना रहेगा.

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