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Budget 2025 : बजट पिटारे से देश के युवा और छात्रों के लिए क्या निकला? यहां जानिए

वित्त मंत्री ने बजट में ऐलान किया कि 500 करोड़ रुपये के खर्च के साथ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फॉर एजुकेशन की स्थापना की जाएगी. 

Budget 2025: युवाओं के लिए वित्त मंत्री के बड़े ऐलान

नई दिल्ली:

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को बजट पेश कर कर दिया. इस बार के बजट से लोगों की कई उम्मीदें जुड़ी हैं. लेकिन देश के युवा वर्ग को इस बजट का खासतौर पर इंतजार था. देश के युवाओं को आस थी कि सरकार उनके लिए बजट में जरूर कुछ खास करेगी. जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट का पिटारा खोला तो उन्होंने युवाओं और छात्रों के लिए कई बड़े ऐलान किए. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट में बड़े ऐलान करते हुए कहा कि सभी MSMEs के वर्गीकरण के लिए निवेश और टर्नओवर की सीमा को क्रमशः 2.5 और 2 गुना तक बढ़ाया जाएगा. इससे उन्हें आगे बढ़ने और हमारे युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने का आत्मविश्वास मिलेगा. 

छात्रों को बजट से क्या मिला

सभी सरकारी माध्यमिक विद्यालयों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी सुविधा मुहैया कराई जाएगी. शिक्षा के लिए 500 करोड़ रुपये की लागत से एआई उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा. साथ ही देश में आईआईटी की संख्या भी इजाफा किया जाएगा. मेडिकल एजुकेशन में अगले 5 साल में 75 हजार सीटें बढ़ाने का ऐलान भी किया गया. सरकार के 10,000 करोड़ रुपये के योगदान से स्टार्टअप्स के लिए फंड की व्यवस्था की जाएगी. स्कूल तथा उच्च शिक्षा में भारतीय भाषाओं की डिजिटल पुस्तकों को उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारतीय भाषा पुस्तक परियोजना का कार्यान्वयन किया जाएगा. मेडिकल एजुकेशन को भी बढ़ा मिलेगा.

युवा और छात्रों के लिए बड़े ऐलान

  • मेक इन इंडिया' को आगे बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा
  • लघु, मध्यम और बड़े उद्योगों को भी बढ़ावा देने पर फोकस रहेगा
  • सरकारी स्कूलों में 50000 अटल टिंकरिंग लैब बनाने का लक्ष्य है
  • सरकारी माध्यमिक स्कूलों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी
  •  भारतीय भाषाओं में डिजिटल रूप में पुस्तकें प्रदान करने की पहल
  • 500 करोड़ रुपए से एआई सेंटर स्थापित किया जाएगा
  • मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सीट बढ़ेंगी.
  • अगले 5 वर्षों में 75000 और सीटें बढ़ाने के लक्ष्य 
  • अगले वर्ष 10000 अतिरिक्त सीटें बढ़ाई जाएंगी

मेडिकल सीटें बढ़ेंगी, नए आईआईटी खुलेंगे

वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने 10 वर्षों में लगभग 1.1 लाख ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल सीटें जोड़ी हैं. अगले वर्ष, मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में 10,000 अतिरिक्त सीटें जोड़ी जाएंगी, अगला लक्ष्य अगले 5 वर्षों में 75000 सीटें जोड़ना है.  कौशल और उच्च स्तरीय शिक्षा में निवेश 'मेक फॉर इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड' विनिर्माण के लिए जरूरी है, युवाओं को कौशल से लैस करने के लिए वैश्विक विशेषज्ञता और साझेदारी के साथ 5 नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर स्किलिंग की स्थापना की जाएगी. इसके अलावा, 2014 के बाद से आरंभ किए गए 5 आईआईटी में 6500 अतिरिक्त छात्रों को शिक्षा सुविधा देने के लिए एडिशनल इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जाएगा.

शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश पर फोकस

500 करोड़ रुपये के व्यय के साथ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फॉर एजुकेशन की स्थापना की जाएगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सार्वजनिक शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश को लेकर बड़ी घोषणा की है. उन्होंने बताया, "जिज्ञासा, इनोवेशन और युवा मस्तिष्कों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए आगामी पांच वर्षों में सरकारी स्कूलों में 50,000 अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना की जाएगी. इसके अलावा, भारतनेट परियोजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के सभी सेकेंडरी स्कूलों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई जाएगी. स्कूल तथा उच्च शिक्षा में भारतीय भाषाओं की डिजिटल पुस्तकों को उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारतीय भाषा पुस्तक परियोजना का कार्यान्वयन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आगामी तीन वर्षों में सभी जिला अस्पतालों में डे केयर कैंसर केंद्र स्थापित किए जाएंगे. वित्तीय वर्ष 2025-26 में 200 केंद्र स्थापित किए जाएंगे.

युवाओं की बजट से उम्मीदें

पिछले बजट में सरकार ने स्‍टूडेंटस के लिए एजुकेशन लोन से लेकर इंटर्नशिप की कई सारी योजनाओं की घोषणा की थी. ऐसे में अब युवाओं के मन में जो सवाल उठ रहा था कि आखिर इस बार के बजट में उनके लिए खास क्‍या होने वाला है? उस पर से पर्दा उठ गया है. पिछली बजट घोषणाओं से साफ पता चलता है कि सरकार का कौशल विकास पर खास फोकस है. स्किल डेवलपमेंट के लिए नई स्कीम्स लाई जा रही हैं. बजट 2024 में भी कौशल विकास योजनाओं के लिए रकम आवंटित की गई थी. इस बार के बजट में भी ऐसी किसी योजना की उम्मीद थी. जिन पर खरा उतरने के लिए सरकार ने कई घोषणाएं की.  युवा चाहते हैं सरकार उन्हें देश में रोजगार के अधिक से अधिक अवसर मुहैया कराए जाए, इसके साथ ही युवाओं को देश से पलायन कर दूसरे देशों में जाना बड़ी समस्या है युवा बेहतर भविष्य की आस में दूसरे देशों का रुख कर रहे हैं. युवाओं की बजट ये यह भी उम्मीद थी कि सरकार कुछ ऐसी अहम घोषणाएं करें, जिससे रोजगार और अर्थव्यवस्था दोनों को तेजी से बढ़ावा मिले. 

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