कांग्रेस जहां अपने कार्यकाल में गरीबों को 5 रुपये और 12 रुपये में भरपेट खाना मिलने का दावा करती थी तो बीजेपी ने आज एक कदम आगे बढ़ते हुए 17 रुपये हर रोज के हिसाब से किसानों को मदद करने का ऐलान कर डाला है. आपको याद होगा जब साल 2013 में जब डॉ. मनमोहन सिंह की अगुवाई में यूपीए सरकार लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही थी तो उस समय कांग्रेस के कुछ नेताओं के बयान पार्टी की जमकर फजीहत करा रहे थे. दरअसल उस समय यूपीए सरकार ने दावा किया था कि उसके कार्यकाल में गरीबी का आंकड़ा 22 फीसदी घट गई है. इस बात को सही साबित करने के लिए कांग्रेस नेताओं में होड़ मच गई. राज बब्बर ने कहा था कि मुंबई में 12 रुपये में आज भी भोजन मिल जाता है. राज बब्बर से गरीबी निर्धारण करने के लिए व्यय सीमा के निम्न कटऑफ के बारे में भी पूछा गया था और यह भी पूछा गया था कि कैसे कोई गरीब 28 रुपये या 32 रुपये के प्रतिदिन खर्च पर दो वक्त पूरा भोजन ग्रहण करने में सक्षम हो सकते हैं. तो राज बब्बर की ओर से यह बयान आया था. उनके इस बयान की बीजेपी फजीहत कर रही थी कि अब एक अन्य कांग्रेस नेता रशीद मसूद ने कहा कि दिल्ली में तो पांच रुपये में भरपेट खाना खाया जा सकता है. मसूद ने कहा, मुंबई का तो मुझे पता नहीं, लेकिन दिल्ली में जामा मस्जिद के नजदीक पांच रुपये में खाना मिल जाता है. इन दोनों बयानों को बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में जमकर मुद्दा बनाया था और कांग्रेस की हार में ऐसे बयान बड़ी वजह बन गए थे.
बजट 2019 : टैक्स में छूट को लेकर न रहें किसी गलतफहमी में, वह नहीं हुआ जो आप सोच रहे हैं
आज रही सही कसर मोदी सरकार ने पूरी कर दी है. अपने आखिरी बजट 2019 में मोदी सरकार ने ऐलान किया कि जिन किसानों के पास 2 एकड़ तक जमीन है यानी छोटे किसानों को उन्हें 6 हजार रुपये तक की मदद की सालाना मदद की जाएगी. यह पैसा साल में तीन बार किश्तों में दिया जाएगा. इसको अगर प्रतिदिन के हिसाब से देखें करीब 17 रुपये के आसपास राशि आती है. अब सवाल इस बात का है कि आज के वक्त में किसान 17 रुपये प्रतिदिन की मदद में कैसे गुजर-बसर करेगा. यह सवाल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी उठाया है.
Dear NoMo,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 1, 2019
5 years of your incompetence and arrogance has destroyed the lives of our farmers.
Giving them Rs. 17 a day is an insult to everything they stand and work for. #AakhriJumlaBudget
इसी तरह आयकर में छूट को लेकर भी शुरू में काफी उहापोह की स्थिति रही. दरअसल अपने बजट में पीयूष गोयल ने ऐलान किया कि 5 लाख रुपये की तक की सालाना आय वालों को टैक्स में छूट दे दी गई है लेकिन शुरू में सबको लगा कि 5 लाख रुपये तक आय पर टैक्स की छूट दे दी गई है. इस ऐलान के बाद शेयर बाजार में भी उछाल आ गया लेकिन बाद में जब पीयूष गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो सारी स्थिति साफ हो पाई.
बजट 2019: पांच लाख तक कोई टैक्स नहीं- पीयूष गोयल
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