नई दिल्ली:
रेल बजट में इस बार किसी नई ट्रेन की घोषणा नहीं, किराये में बढ़ोतरी का कोई ऐलान नहीं, कमी का कोई जश्न नहीं और तालियों की गूंज भी नहीं.... इन सभी के अभाव में रेल मंत्री सुरेश प्रभु का इस बार का रेल बजट भाषण बेहद फीका-फीका सा रहा।
करीब घंटे भर के रेल बजट भाषण के बाद विपक्षी सदस्य सदन में जहां निराश से दिखे, वहीं भाषण की समाप्ति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सीट से उठकर सुरेश प्रभु की सीट के पास गए और हाथ मिलाकर उन्हें बधाई दी।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव सहित कई विपक्षी सदस्य भी रेल मंत्री को बधाई देने आए, लेकिन अधिकतर सदस्य मायूस ही दिखे। कई विपक्षी सदस्य तो इसे रेल बजट भाषण नहीं बल्कि 'विजन डॉक्यूमेंट' कहते नजर आए।
रेल बजट भाषण के दौरान सदन में प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सत्ता पक्ष की ओर वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और कानून मंत्री सदानंद गौड़ा प्रमुख तौर पर उपस्थित थे। वहीं विपक्ष की ओर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ध्यान से बजट भाषण सुनते नजर आए।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
करीब घंटे भर के रेल बजट भाषण के बाद विपक्षी सदस्य सदन में जहां निराश से दिखे, वहीं भाषण की समाप्ति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सीट से उठकर सुरेश प्रभु की सीट के पास गए और हाथ मिलाकर उन्हें बधाई दी।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव सहित कई विपक्षी सदस्य भी रेल मंत्री को बधाई देने आए, लेकिन अधिकतर सदस्य मायूस ही दिखे। कई विपक्षी सदस्य तो इसे रेल बजट भाषण नहीं बल्कि 'विजन डॉक्यूमेंट' कहते नजर आए।
रेल बजट भाषण के दौरान सदन में प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सत्ता पक्ष की ओर वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और कानून मंत्री सदानंद गौड़ा प्रमुख तौर पर उपस्थित थे। वहीं विपक्ष की ओर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ध्यान से बजट भाषण सुनते नजर आए।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं