विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Nov 14, 2008

दिल्ली की सड़कें, साइकिल की सवारी...

Vivek Rastogi
  • ब्लॉग,
  • Updated:
    November 14, 2008 21:26 IST
    • Published On December 30, 2011 21:27 IST
    • Last Updated On December 30, 2011 21:27 IST

उफ़ ये दिल्ली की सड़कें... गाड़ी पर चलते हुए अचानक आ गया सड़क पर गड्ढा... आप कहते हैं, अरे, यह कल तो नहीं था, रात-रात में कहां से बन गया... लेकिन अब बन गया तो बन गया, क्या कर सकते हैं, लेकिन आपकी गाड़ी का सत्यानाश कर गया... अब इस गड्ढे के लिए भी गाड़ी रोक-रोककर चलानी पड़ेगी... कोई बात नहीं यार, वैसे भी इस बढ़ते ट्रैफिक में ठीक-ठाक रफ़्तार से चलने की सोच ही कौन पाता है...

गाड़ी तो हम नए से नए मॉडल की ले लेते हैं, जिसकी रफ़्तार सबसे तेज़ हो, लेकिन कभी सोचा है - अपनी तेज़ रफ़्तार गाड़ी को इस शहर में कभी उसकी पूरी रफ़्तार से चला पाए हैं... जवाब है - नहीं... और यह एक ऐसा सपना है, जिसके इस जन्म में पूरा होने के आसार भी नहीं हैं, बशर्ते आप किसी गांव में जाकर बस जाएं, या शहर में कर्फ्यू लग जाए, और आपको सड़क पर गाड़ी चलाने की इजाज़त मिल जाए...

सुबह घर से ऑफिस और शाम को ऑफिस से घर आते-जाते रोज़ सोचता हूं, ऑफिस में ही एक कमरा मिल जाए... कम से कम 'तेल बचाओ आन्दोलन' या 'धन बचाओ आन्दोलन' का उम्मीदवार तो बन ही जाऊंगा... दिल्ली के बैंकों के लोन से दबे दिखावापसंद लोगों के हाथ में मनपसंद गाड़ियां तो आ गईं, लेकिन वे कभी सोचने की ज़रूरत महसूस नहीं करते कि कब इन्हे अच्छी रफ़्तार से चला पाएंगे...

विवेक रस्तोगी Khabar.NDTV.com के संपादक हैं...डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) :

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
सोशल मीडिया पर ज़्यादा लाइक बटोरने के जुनून के पीछे क्या है?
दिल्ली की सड़कें, साइकिल की सवारी...
राम आएंगे....'त्रेतायुग' की अयोध्या 'कलयुग' में मेरी नजर से
Next Article
राम आएंगे....'त्रेतायुग' की अयोध्या 'कलयुग' में मेरी नजर से
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
;