टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल मुकाबला हुआ, जिसमें टीम इंडिया 18 रनों से हार गई. एमएस धोनी (MS Dhoni) रन आउट हुए और टीम इंडिया की फाइनल में पहुंचने की उम्मीद भी खत्म हो गई. 10 गेंद पर 25 रन चाहिए थे और धोनी क्रीज पर थे. धोनी जैसे ही रन आउट हुए तो फैन्स ने भी उम्मीदें छोड़ दीं. टीम इंडिया की हार पर देशभर से प्रतिक्रिया आ रही है और हार के लिए अलग-अलग तर्क दिये जा रहे हैं. इस बीच एनडीटीवी के रवीश कुमार ने भी महेंद्र सिंह धोनी के रन आउट होने को लेकर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट लिखी. रवीश कुमार ने लिखा- आज मन उदास है. रन आउट होकर धोनी को लौटता देख अच्छा नहीं लगा. धोनी को मैदान में उतरने से पहले बल्ले को सूंघते देखा. लगा जैसे समझा रहे हों कि आज साथ देना. आज खेलना है.
मैदान से धोनी का बल्ला भी उदास लौट रहा था. बल्ले ने तो साथ दिया भी. शायद पैर ने कुछ कमी कर दी. उम्र की थकान को समझने लगा हूं. मेरी क्रिकेट की दुनिया दो चार खिलाड़ियों तक सीमित है. उसमें से एक धोनी हैं. डेविड गार भी हैं. उन दिनों में जब भी टीवी देखा डेविड गार को चलते देखने के लिए देखा. चलने की ऐसी शालीनता फिर नहीं दिखी. सर रिचर्ड हेडली को मुस्कुराते हुए देखने के लिए देखा. कपिल देव के अनुशासन के लिए देखा कि ये खिलाड़ी हमारे क्लास टीचर की तरह रोज़ आता है. बिना नागा. बीमार ही नहीं पड़ते हैं. ऐसे ही धोनी को समभाव से टिक कर खेलते हुए देखा.
धोनी हैं तो होनी है. रन बनेगा. एक बार लगा कि धोनी अपने कैरियर के आख़िरी मैच की तरह खेल रहे हैं. टीम को फ़ाइनल में ले जाएंगे. मैं धोनी के साथ हूं. क्योंकि क्रिकेट की मेरी स्मृतियों में धोनी ही साथ है. वो जिस टीम में है उसके साथ हूं. मैं मैच नहीं देखता लेकिन धोनी को देखता हूं. आज उनका लौटना देखा नहीं गया.
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