यह ख़बर 25 दिसंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

प्रदीप कुमार की कलम से : कंपकंपाती ठंड और क्रिकेट का रोमांच

नई दिल्ली:

अगर आप क्रिकेट प्रशंसक हैं, खासकर टेस्ट मैचों के, तो आपने इन दिनों के मुकाबले पूरे साल शायद ही कुछ बेहतर महसूस किया हो। कम से कम मेरे साथ तो यही हो रहा है। ठीक है कि कंपकंपाने वाली ठंड में सुबह पांच बजे जागना किसी यातना से कम नहीं, लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया के बीच सफेद कपड़ों वाले शास्त्रीय क्रिकेट के रोमांच को देखने की अनुभूति भी कम आनंददायक नहीं।

खास बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया में हो रहे टेस्ट मैच के सीधे प्रसारण में आप भले किसी टीम का समर्थन कर रहे हों, हो सकता है कि आपकी टीम पिट रही है, आपके स्टार खिलाड़ी फ्लॉप हो रहे हों, लेकिन इसके बावजूद टीवी स्क्रीन के सामने से नजरें हटाने का दिल नहीं करता। क्या वाकई यह क्रिकेट का ही रोमांच है...? शायद हां, लेकिन क्रिकेट के रोमांच से इतर ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे टेस्ट मैचों में एम्बिएन्स का भी अपना आकर्षण है। ऑस्ट्रेलियाई प्रसारकों का टीवी कवरेज भी कमाल का है। इन सबके बीच क्रिकेट एक्सपर्ट का जोरदार पैनल भी आपको बांधे रखता है।

ब्रिस्बेन टेस्ट के दौरान शेन वॉर्न जिस ताजगी और ऊर्जा के साथ नजर आए और जिस सटीकता से उन्होंने मैच का विश्लेषण किया, उसकी दूसरी मिसाल तलाशना मुश्किल चुनौती है। भारतीय क्रिकेट कमेंटेटर और एंकर की टॉप लिस्ट में शुमार हर्षा भोगले उनके सामने औसत से नजर आए। दिन के खेल के ब्रेक में आप डेमिएन मार्टिन की सहजता भी देखिए और उनका विश्लेषण भी। उनके सामने संजय मांजरेकर जैसे क्रिकेटर-एक्सपर्ट भी फीके नजर आते हैं।

टीवी कवरेज के मामले में तो ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टर वैसे भी बेहतरीन माने जाते हैं। शायद ही किसी दूसरे देश में होने वाले मैचों के दौरान आपके ऐसे शॉट्स नजर आते हों, जो पैन करके पूरे स्टेडियम को एक फ्रेम में दिखाते हों और फिर सीधे वहां से पिच तक ले आते हों। तकनीक और विशेषज्ञों का पैनल क्रिकेट खेलने को रोमांच को बढ़ाए या न बढ़ाए, देखने के रोमांच को तो बढ़ा ही देता है। ये सब मिलकर ऐसा तिलिस्म बनाते हैं कि आपकी नजरें टीवी स्क्रीन से बस चिपक जाती हैं।

ऑस्ट्रेलियाई मैदान भी इतने खूबसूरत नजर आते हैं, कि हरी-हरी घास आंखों को राहत देती महसूस होती हैं। इन सबके साथ आपको ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट फैन्स की भी तारीफ करनी होगी। एकदम बिंदास और एकदम कूल। भारतीय स्टैंड में शायद ही ऐसा आपको ऐसा अंदाज नजर आए। लेकिन सोचिएगा कि क्या ये सब मिलकर खेल की खूबसूरती को बढ़ा नहीं देते।

ये सब देखने को बाद आप एक ब्रेक ले सकते हैं, क्योंकि उसके बाद दक्षिण अफ्रीकी मैदान पर दक्षिण अफ्रीका और वेस्ट इंडीज के बीच टेस्ट क्रिकेट के रोमांच का आनंद ले सकते हैं। सैटेलाइट टीवी के जमाने में एक फायदा तो यह है ही कि दुनिया के किसी भी कोने में क्रिकेट हो, आप घर बैठे लाइव क्रिकेट के रोमांच का आनंद ले सकते हैं। दक्षिण अफ्रीका में भी क्रिकेट मैचों का आयोजन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के एम्बिएन्स से काफी मिलता-जुलता नजर आता है। हालांकि वेस्ट इंडीज की क्रिकेट टीम काफी कमजोर हो चुकी है और दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटरों ने पहले टेस्ट में जोरदार प्रदर्शन दिखाया है। लेकिन गेंद और बल्ले का रोमांच नजर आता है। समय के साथ टेस्ट क्रिकेट में काफी बदलाव हुए हैं, बल्लेबाजों के बढ़ते दबदबे में क्रिकेट का रोमांच भी घटा है।

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इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीकी मैदानों पर क्रिकेट मैच, खासकर टेस्ट मैच देखना हमेशा सुखद लगता है। सुबह साढ़े पांच बजे से रात के 10 बजे तक, वह भी कंपकंपाती ठंड में लगातार क्रिकेट आपको बोर तो बिल्कुल नहीं करता।