हिन्दू अख़बार ने राज्यों के आंकड़ों के लिए एक ग्राफ बनाया है. आपको प्रत्येक राज्य पर क्लिक करते ही पता चल जाता है कि राज्य में कोविड-19 का पहला केस किस तारीख को आया और उसके बाद अभी कितनी संख्या है. यानी कितने कम समय में किस राज्य में मरीज़ों की संख्या में तेज़ी आई है.
उड़ीसा में 16 मार्च को पहला केस आया. अभी वहां पर कुल केस की संख्या 157 ही है. 47 दिनों में उड़ीसा में 157 केस हैं. इसे शानदार रिकार्ड कहा जाना चाहिए.
केरल का रिकार्ड और भी शानदार है. पहला केस 31 जनवरी को दर्ज हुआ था. 92 दिनों में केरल में संक्रमित मरीज़ों की संख्या 495 ही पहुंची है
मध्य प्रदेश की स्थिति बहुत ख़राब है. यहां पहला केस 21 मार्च को रिपोर्ट हुआ था. लेकिन मात्र 39 दिनों में यहां संक्रमित मरीज़ों की संख्या 2,788 हो गई है.
मध्य प्रदेश से बहुत पहले राजस्थान में पहला केस 3 मार्च को रिपोर्ट हुआ था. लेकिन 61 दिनों के बाद यहां संक्रमित मरीज़ों की संख्या 2,772 हो चुकी है.
दिल्ली में पहला केस 2 मार्च को रिपोर्ट हुआ था. 62 दिन लगे दिल्ली को 3843 पर पहुंचने में.
गुजरात में पहला केस 20 मार्च को रिपोर्ट हुआ था. 44 दिनों में ही गुजरात में संक्रमित मरीज़ों की संख्या 5054 हो गई है. अगर आप पहले केस के दिन से ताज़ा आंकड़ें देखेंगे तो पता चलेगा कि गुजरात में कितनी तेज़ी से संक्रमित मरीज़ों की संख्या बढ़ रही है. यह राज्य टेस्ट करने के मामले में काफी पीछे है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 5000 टेस्ट हर दिन किए जाने की ही खबर आती रही है.
गुजरात के 5054 मामलों में से 3,543 मरीज़ केवल अहमदाद ज़िले में हैं. विगत 24 घंटे में अहमदाबाद में 250 और पूरे गुजरात में 333 मामले सामने आए हैं. अहमदबाद में शनिवार को 20 लोगों की मौत हुई है.
महाराष्ट्र में 10 मार्च को पहला केस रिपोर्ट हुआ था. अब वहां पर 12,296 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं. 54 दिनों के भीतर ही इस राज्य में 12000 से अधिक मामले हो गए.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार शनिवार को 2,411 नए मामले सामने आए हैं. यह अब तक किसी भी एक दिन में सबसे अधिक संख्या है. देश भर में कुल संक्रमित मरीज़ों की संख्या 37 हज़ार से अधिक हो गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत ने सैंपल टेस्ट की संख्या 10 लाख से अधिक पार कर ली है. इस वक्त हर दिन करीब 75000 सैंपल टेस्ट हो रहे हैं.
नोट- संख्या लगातार बदल रही है. इस बात का ध्यान रखें.
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