नगालैंड और मणिपुर देश के वह दो राज्य हैं जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले दो दीनों में जाने वाले हैं। प्रधानमंत्री के इस दौरे से इन दो राज्यों को बहुत उम्मीदे हैं। दरअसल इन दोनों राज्यों में अलगाववादी गुटों से केंद्र की बातचीत चल रही है। इस लिहाज से पीएम का यह दौरा राजनीतिक भी माना जा रहा है।
पीएम मोदी रविवार को इंफाल जाएंगे और संगाई महोत्सव में हिस्सा लेंगे और शाम को दिमापुर में रहेंगे। ये अपने आप में एक बड़ी बात है। आज तक कोई प्रधानमंत्री रात को नगालैंड में नहीं रुका है।
सोमवार सुबह प्रधानमंत्री कोहिमा जाएंगे, जहां वह हार्नबिल के महोत्सव में हिस्सा लेंगे। यह भी उम्मीद की जा रही है कि मणिपुर में वह उन गुटों को बातचीत के लिए आमंत्रित कर सकते हैं, जो फिलहाल भारत सरकार से बातचीत नहीं कर रहे।
पीएम कोहिमा जाकर यह आश्वासन दे सकते हैं कि अलगाववादी गुटों से जो बातचीत चल रही है उसे जल्द नतीजे तक ले जाया जाएगा, क्योंकि केंद्र सरकार इस बार संजीदा है। यही वजह है की केंद्र ने एक इंटरलोकुटोर भी नियुक्त किया है।
वैसे पिछले 17 वर्षों से इन गुटों से बातचीत चल रही है। वैसे इन दोनों राज्यों में हिन्दू वोट भी है और माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री इन इलाकों बीजेपी का वोट शेयर बढ़ाना चाहते हैं। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि उत्तर-पूर्व राज्यों के पूरे दौरे में सबसे अहम दौरा नगालैंड और मणिपुर के लिए होगा।
This Article is From Nov 29, 2014
नीता की नज़र से : पीएम मोदी के नगालैंड और मणिपुर दौरे की अहमियत
Neeta Sharma, Saad Bin Omer
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Updated:नवंबर 29, 2014 23:01 pm IST
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Published On नवंबर 29, 2014 22:45 pm IST
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Last Updated On नवंबर 29, 2014 23:01 pm IST
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