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This Article is From Oct 09, 2018

एक-दूसरे के गढ़ों को भेदने में जुटीं कांग्रेस और बीजेपी

Akhilesh Sharma
  • ब्लॉग,
  • Updated:
    अक्टूबर 15, 2018 11:55 am IST
    • Published On अक्टूबर 09, 2018 21:08 pm IST
    • Last Updated On अक्टूबर 15, 2018 11:55 am IST
मध्यप्रदेश और राजस्थान दोनों राज्यों की सियासत सिंधिया घराने के इर्द-गिर्द घूमती है. जहां मध्यप्रदेश में यह घराना बीजेपी और कांग्रेस के बीच बंटा है तो वहीं राजस्थान में बीजेपी के साथ है. इनके गढ़ों में सेंध लगाने की कोशिश होती रहती है. आज इसका बीड़ा राहुल गांधी और अमित शाह दोनों ने उठाया. जहां राहुल गांधी राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के गढ़ में आज रोड शो कर रहे हैं वहीं अमित शाह कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर को भेदने पहुंचे हैं.

मध्यप्रदेश में मोदी लहर के बावजूद पिछले लोकसभा चुनाव में सिंधिया अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे. वहीं उनकी बुआ वसुंधरा राजे ने राजस्थान की पच्चीस की पच्चीस सीटें मोदी को तोहफे में दी थीं. लेकिन अब हालात उलटे हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया कमलनाथ के साथ मिलकर मध्यप्रदेश में पिछले पंद्रह सालों से कायम बीजेपी सरकार को हटाना चाह रहे हैं तो वहीं राजस्थान में वसुंधरा के सामने राज्य की उस परंपरा को पलटने की चुनौती है जिसमें पिछले तीस साल में हर पांचवे साल सरकार बदल जाती है.

पहले बात वसुंधरा के गढ़ की.  राहुल गांधी ने आज उत्तर प्रदेश से सटे पूर्वी राजस्थान के धौलपुर और भरतपुर में रोड शो की शुरुआत की. 163 किलोमीटर का यह रोड शो भरतपुर में कल खत्म होगा. यह वसुंधरा का गृह जिला है. माना जा रहा है कि इस बार वसुंधरा की बहू यहां से विधानसभा का चुनाव लड़ सकती हैं.

धौलपुर-भरतपुर की ग्यारह में से सात सीटें बीजेपी के पास हैं. जबकि चार कांग्रेस के पास है. अगर केवल धौलपुर की बात करें तो यहां की चार सीटों में से दो कांग्रेस, तो दो बीजेपी के पास हैं. यहां बसपा भी एक बड़ी ताकत है. पिछले चुनाव में उसे 23 फीसदी वोट मिले थे. यानी अगर कांग्रेस बीएसपी का गठबंधन हुआ होता तो यहां बीजेपी की हालत खराब हो सकती थी. पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था. लेकिन धौलपुर उन गिने-चुने इलाकों में है जहां कांग्रेस की इज्जत बची रही. राहुल गांधी ने कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार की शुरुआत ही यहां से करके साफ संदेश दे दिया है कि कांग्रेस राजस्थान में बीजेपी की सत्ता पलटने के लिए तैयार है. उनके निशाने पर मोदी के साथ वसुंधरा रहीं. उन्होंने कहा कि वसुंधरा ठीक चुनाव से पहले किसानों के बिजली के बिल माफ कर रही हैं. लेकिन उन्होंने पिछले पांच साल में क्या किया. राहुल यहीं नहीं रुके. उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि युवाओं ने मोदी पर भरोसा किया लेकिन मोदी ने उन्हें धोखा दिया.

राहुल ने प्रचार की शुरुआत के साथ ही वादों की झड़ी भी लगा दी राहुल गांधी ने रफाल  सौदे का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने गरीबों का पैसा छीनकर उद्योगपतियों को दे दिया. उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री कार्यालय गए थे ताकि किसानों का कर्ज माफ कराया जा सके. लेकिन मोदी ने इससे इनकार कर दिया.

गुजरात के हालात को लेकर भी राहुल मोदी सरकार पर बरसे. उन्होंने कहा कि रोजगार की कमी होने के कारण लोगों को दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है लेकिन वहां उनकी पिटाई हो रही है. उन्होंने कहा कि यह सरकार बेरोजगारों के लिए नहीं बल्कि केवल उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है.

राहुल ने माना कि पिछले बार की कांग्रेस सरकार ने लोगों की बात नहीं सुनी थी. उन्होंने कहा कि इस बार की कांग्रेस सरकार कार्यकर्ताओं की सरकार होगी. मुख्यमंत्री और मंत्रियों के दरवाजे आम लोगों के लिए खुले रहेंगे. राजस्थान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक बड़ी शिकायत बाहरी या सिफारिशों उम्मीदवारों को मैदान में उतारे जाने की है. राहुल गांधी ने आश्वस्त किया कि पैराशूट से कोई नहीं उतारा जाएगा. उन्होंने कहा कि पैराशूट का धागा वे खुद काट देंगे. राहुल को इस बात का एहसास है कि राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच बंटी होने से कांग्रेस को दिक्कत हो सकती है.  वे इन दोनों नेताओं को कम से कम  जनता के सामने एकजुट होने का दावा भी करते हैं. राहुल गांधी का यह रोड शो कल भी जारी रहेगा. उन्होंने आज छह जनसभाओं को संबोधित किया. आज रात वे सड़के के ही किनार एक छोटे से होटल में रुकेंगे.

उधर, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने मध्यप्रदेश दौरे के अगले पड़ाव में ग्वालियर पहुंचे. वहां उनका जमकर स्वागत किया गया. इसके बाद वे हेलीकॉप्टर से शिवपुरी चले गए. वहां उन्होंने तात्या टोपे स्मारक पर माल्यार्पण किया. इसके बाद गुना और ग्वालियर में रोड शो, रैली और कार्यकर्ताओं को संबोधित करने का कार्यक्रम रहा. ग्वालियर और गुना ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ है. वहां के रोड शो में अमित शाह के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह भी रहे. गुना में अमित शाह हनुमान मंदिर गए. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकारों की उपलब्धियां लोगों तक पहुंचाएं.

अमित शाह ने कहा कि बीजेपी की ताकत उसके कार्यकर्ता हैं. उन्होंने कहा कि आज देश के हर बूथ पर बीजेपी के कार्यकर्ता हैं. अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे पार्टी को बड़ी जीत दिलाएं. उन्होंने कहा कि "हमें इतनी प्रचंड विजय प्राप्त करनी है कि परिणाम देखकर दुश्मन के दिल दहल जाएं."

अमित शाह ने सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पूरी सेना का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि हमारे रणबांकुरों ने सर्जिकल स्ट्राइक को सफलता पूर्वक किया, लेकिन कांग्रेस ने उस पर सवाल उठाकर पूरी सेना का अपमान किया है.

शाह और राहुल गांधी के तेवरों से साफ है कि आने वाले दिनों में इन राज्यों में आरोप प्रत्यारोप का दौर और तेज होगा.


(अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं)

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