- केसी त्यागी ने कहा कि बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को अगले पांच साल मुख्यमंत्री बनाए रखने का जनादेश दिया है.
- त्यागी ने कहा कि एनडीए गठबंधन में इस बार के चुनाव के दौरान कोई दरार नहीं थी, लेकिन इस बार सभी एकजुट थे.
- त्यागी का मानना है कि 2025 के चुनाव में एनडीए को मिला जनादेश नीतीश कुमार के प्रति सहानुभूति का भी नतीजा है.
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों पर जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि बिहार की जनता ने जनादेश दिया है कि नीतीश कुमार अगले पांच साल तक मुख्यमंत्री रहेंगे. साथ ही त्यागी ने कहा कि एनडीए गठबंधन में इस बार के चुनाव के दौरान कोई दरार नहीं थी. पिछली बार चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार सभी एकजुट थे. साथ ही कहा कि कांग्रेस को आरजेडी से गठजोड़ का राजनीतिक नुकसान हुआ है.
एनडीटीवी के साथ बातचीत में केसी त्यागी ने बिहार चुनाव को लेकर कहा, "50 साल तक नीतीश कुमार ने बिहार की सेवा की है... दिल्ली में कोई मकान नहीं, पटना में मकान नहीं, परिवार में से कोई व्यक्ति राजनीति में नहीं...बिहार की जनता ने मैंडेट दिया है कि नीतीश कुमार अगले 5 साल CM रहेंगे."
जनादेश नीतीश के प्रति सहानुभूति का भी नतीजा: त्यागी
केसी त्यागी का मानना है कि 2025 के चुनाव में एनडीए को जो जनादेश मिला है, वह नीतीश कुमार के प्रति सहानुभूति का भी नतीजा है. उन्होंने कहा कि इस बार बिहार चुनावों में महिला मतदाताओं का मत निर्णायक साबित हुआ और जाति से ऊपर उठ कर महिलाओं ने नीतीश कुमार और एनडीए के पक्ष में मतदान किया है.
त्यागी ने एनडीटीवी से कहा, "बिहार में महिलाओं के सशक्तिकरण का काम 2005 में शुरू हुआ. बिहार देश का पहला राज्य है, जहां 50% आरक्षण नगर पंचायत और ग्राम पंचायत में हुआ, पहला राज्य जहां पुलिस में 35% महिलाओं का आरक्षण हुआ, देश का पहला राज्य जहां लड़कियों को पोशाक और साइकिल दोनों दी गई, पहला राज्य जहां महिलाओं के विरोध के बाद शराबबंदी की गई और अब उनके इकोनॉमिक एंपावरमेंट के लिए 10,000 रुपए की रकम दी गई है...यह रिश्वत नहीं थी, इस तरह की वित्तीय मदद की वजह से उन्होंने छोटा-छोटा काम-धंधा शुरू किया है".
कांग्रेस को आरजेडी से गठजोड़ का नुकसान: त्यागी
त्यागी के मुताबिक, कांग्रेस को आरजेडी से गठजोड़ का राजनीतिक नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा, "राहुल गांधी और कांग्रेस आरजेडी की स्टेपनी बनकर रह गए हैं और स्टेपनी पंक्चर है... ना गाड़ी चल पा रही है ना स्टेपनी चल पा रही है. जनता इंडिया ब्लॉक से ऊब चुकी है. राहुल गांधी की सोच सही थी कि आरजेडी के नेतृत्व में चुनाव नहीं होना चाहिए. आरजेड का मतलब है लालू यादव. लालू यादव का मतलब है वही पुराने दिन. आरजेडी की सैचुरेशन स्टेज आ गई है. कांग्रेस को गठबंधन करके नुकसान हुआ है. वह वोट चोरी को मुद्दा बना रहे थे लेकिन इस बार उनके जनाधार की रॉबरी हो चुकी है, जब तक आरजेडी की बैसाखी पर चलेगी कांग्रेस का भी कोई फ्यूचर नहीं है".
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