Muzaffarpur Rape Case: बच्चियों के साथ रेप के मामले में सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा.
- रेप केस पर सुप्रीम कोर्ट आज करेगा सुनवाई
- मामले का सुप्रीम कोर्ट ने लिया था स्वत: संज्ञान
- केंद्र और बिहार सरकार से मामले पर मांगा है जवाब
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नई दिल्ली:
बिहार के मुजफ्फरपुर के शेल्टर होम में नाबालिग बच्चियों के साथ रेप के मामले में सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा. पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने स्वतःने संज्ञान लिया था. कोर्ट ने इस मामले में बिहार सरकार और केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने को कहा था. सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया की भूमिका पर भी सवाल उठाया था. कोर्ट ने कहा था कि पीड़िताओं के चेहरे छुपाकर भी उन्हें न दिखाया जाए. उन्हें किसी भी तरह से मीडिया में न दिखाया जाए. पटना के एक सोशल वर्कर ने सुप्रीम कोर्ट को लेटर लिखा था. इस लेटर पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया है. कोर्ट ने सवाल किया था कि पीड़िताओं के इंटरव्यू कैसे लिए जा रहे हैं. क्या बच्चियों की चिंता नहीं है.
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गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर जिला बालिका गृह में बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि हुई थी. पुलिस ने शेल्टर होम की 34 बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि की थी. ख़ास बात ये है कि यहां रहने वाली बच्चियों ने अपने एक साथी की हत्या होने का भी आरोप लगाया था. खुलासे के बाद इस बालिका गृह की गहन जांच शुरू हो गई है. दरअसल, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस यानी टिस की टीम ने बिहार के बालिका आश्रय गृह पर अपनी ऑडिट रिपोर्ट समाज कल्याण विभाग को सौंपी थी. इस टीम ने अपनी ऑडिट में पाया था कि बालिका गृह का रख रखाव सही नहीं है और रिपोर्ट में बच्चियों के साथ गलत व्यवहार की शिकायतें भी मिली थीं. उसके बाद यह मामला प्रकाश में आया.
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VIDEO: शेल्टर होम कांड कैसे चलता रहा?
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गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर जिला बालिका गृह में बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि हुई थी. पुलिस ने शेल्टर होम की 34 बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि की थी. ख़ास बात ये है कि यहां रहने वाली बच्चियों ने अपने एक साथी की हत्या होने का भी आरोप लगाया था. खुलासे के बाद इस बालिका गृह की गहन जांच शुरू हो गई है. दरअसल, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस यानी टिस की टीम ने बिहार के बालिका आश्रय गृह पर अपनी ऑडिट रिपोर्ट समाज कल्याण विभाग को सौंपी थी. इस टीम ने अपनी ऑडिट में पाया था कि बालिका गृह का रख रखाव सही नहीं है और रिपोर्ट में बच्चियों के साथ गलत व्यवहार की शिकायतें भी मिली थीं. उसके बाद यह मामला प्रकाश में आया.
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