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बिहार के नालंदा में कील ठोंककर मर्डर, साजिशन या अंधविश्वास वाली हत्या 

Bihar Nalanda Murder Mystery: महिला का शव मिलने के बाद से नालंदा और उसके आसपास के जिलों में भी इसकी चर्चा है. कोई इसे अंधविश्वास बता रहा है तो कोई साजिशन हत्या. पढ़िए नालंदा से रवि रंजन की रिपोर्ट...

बिहार के नालंदा में कील ठोंककर मर्डर, साजिशन या अंधविश्वास वाली हत्या 
Bihar Nalanda Murder Mystery: बिहार के नालंदा की इस घटना ने सभी को डरा दिया है.

Bihar Nalanda Murder Mystery: बिहार का नालंदा अपने गौरवशाली इतिहास के लिए जाना जाता है. नालंदा से ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आते हैं. मगर नालंदा ने बुधवार को कुछ ऐसा देखा कि हर कोई सहम गया. एक महिला का शव मिला. पैरों में 10 कीलें ठोंकी गईं थीं. हैरानी की बात ये है कि घटना के 32-33 घंटे गुजरने के बाद भी पुलिस अब तक इस बारे में कुछ भी नहीं पता लगा पाई है. पुलिस का सारा ध्यान और जांच अभी महिला की पहचान करने पर है. डीएसपी सुमित कुमार के अनुसार, नालंदा के साथ-साथ सभी नजदीकी जिलों शेखपुरा, नवादा, पटना, जहानाबाद में भी महिला की तस्वीरें भेजी गईं, मगर पहचान नहीं हो सकी. पुलिस ने अब तक पोस्टमार्टम भी नहीं कराया है. बिसरा प्रिजर्व करना है या नहीं, इस पर भी अभी निर्णय नहीं लिया है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ये अपराधियों के हौसले बढ़ाने वाली बात नहीं है?

क्या अंधविश्वास के कारण हुई हत्या

नालंदा के डीएसपी सुमित कुमार से जब ये सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि कुछ स्थानीय लोगों ने इस बारे में उन्हें भी बताया है, लेकिन जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच में ये बात तय नहीं हो जाती, तब तक इसे मान लेना सही नहीं होगा. दरअसल, नालंदा जिले में डायन का शक होने पर महिलाओं के पैरों में कील ठोंककर उन्हें नदी में बहा दिया जाता है. इसके पीछे अंधविश्वास ये है कि महिला मौत के बाद फिर भूत-प्रेत नहीं बनेगी और किसी को नुकसान नहीं पहुंचाएगी.

पुलिस को ढूंढने चाहिए ये जवाब

  • अगर अंधविश्वास वाली बात सच तो शव एनएच पर क्यों फेंका
  • अगर हत्या की गई तो पैरों में कील क्यों ठोंकी गई
  • नालंदा या आसपास के किस इलाके में होती है इस तरह की घटना
  • रात में अगर शव फेंका गया तो दिन में ग्यारह बजे तक कैसे किसी ने नहीं देखा
  • अगर दिन में फेंका गया तो किसी ने तो शव फेंकते समय देखा होगा

कैसे और कहां मिला शव   

नालंदा के हरनौत प्रखंड के सरथा पंचायत के बहादुरपुर गांव के पास नेशनल हाईवे 30A के किनारे बुधवार दिन में करीब ग्यारह बजे इस महिला का शव मिला. किसी राहगीर ने शव देखा तो पुलिस को सूचना दी. महिला गुलाबी नाइटी, नाक में नथूनी, हाथों में चूड़ियां, पैरों में पायल और बिछिया पहने हुई थी. महिला के बाएं हाथ पर पट्टी बंधी थी. महिला की उम्र 25-35 साल के बीच बताई जा रही है. पुलिस मान रही है कि अब तक आसपास के जिलों में महिला की तस्वीर भेजे जाने के बाद भी शव की पहचान न होना बताता है कि महिला को कहीं और मारा गया और यहां लाकर फेंक दिया गया.   

कितने दर्द से तड़पी होगी महिला

पोस्टमार्टम अब तक नहीं होने से पता नहीं है कि महिला की मौत का कारण क्या है. मगर ये बात तो तय है कि महिला को बहुत तड़पाकर मारा गया या मारने के बाद बर्बरता की गई है. महिला इस दौरान न जाने कितना तड़पी होगी. इसका मतलब ये है कि महिला को मारने वाला उससे बहुत ज्यादा नफरत करता होगा. साथ ही मानसिक रूप से बहुत बीमार होगा. पुलिस की थ्योरी को अगर मान लें कि महिला को किसी और जिले या राज्य में मारा गया और नालंदा में लाकर फेंका गया तो भी ये पता चलता है कि हत्या करने वाला संसाधनों वाला आदमी होगा. क्योंकि इतनी दूर शव को लाने के लिए उसने अपनी गाड़ी का ही इस्तेमाल किया होगा और पूरी प्लानिंग से हत्या की गई होगी.

(नालंदा से रवि रंजन की रिपोर्ट)

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