
बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राज्य में राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने बिहार के चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया है, जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. चिराग के इस कदम से राज्य की सियासत में नए समीकरण बनने और बदलने की संभावना है.
PM मोदी के बिहार दौरे पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि बिहारवासियों के लिए खुशी की बात है कि प्रधानमंत्री हमारे राज्य को अपनी प्राथमिकताओं में रखते हैं, जो वादे लोकसभा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए थे उन वादों की एक श्रृंखला प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार आकर पूरा करने का काम किया.
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए NDA दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर उन्होंने कहा कि बातचीत का दौर जारी है. बहुत जल्द न केवल सीटों की संख्या बल्कि सीटों का चयन भी जल्द हो जाएगा. अगर पार्टी को ऐसा लगता है कि मुझे चुनाव लड़ना चाहिए तो हम जरूर लड़ेंगे.
चिराग पासवान ने 2020 के विधानसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया था, जिसका परिणाम पार्टी के लिए अच्छा नहीं रहा था. अब एक बार फिर से चिराग पासवान के चुनावी मैदान में उतरने से कई पार्टियों के समीकरण प्रभावित हो सकते हैं. उनकी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के कारण कई सीटों पर वोटों का बंटवारा हो सकता है, जिससे कुछ पार्टियों का खेल बिगड़ सकता है. चिराग ने सबसे ज्यादा नुकसान नीतीश कुमार को पहुंचाया.
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