- बिहार की राजनीति में इन दिनों लालू प्रसाद यादव के दो बंगले सुर्खियों में हैं.
- बिहार के महुआ बाग में लालू प्रसाद यादव का एक आलीशान बंगला निर्माणाधीन है, जो राजनीतिक विवादों में है.
- इसी तरह चिड़ियाघर के पास स्थित दूसरा बंगला खंडहर पड़ा है, जिसमें सरकार स्कूल खोलने की बात की जा रही है.
बिहार में इस समय राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के दो बंगले सुर्खियों में है. इन बंगलों को लेकर जमकर राजनीति की जा रही है. दरअसल बिहार के महुआ बाग में लालू प्रसाद यादव का एक आलीशान बंगला बन रहा है. इस बंगले को लेकर बिहार की सत्तारूढ़ जदयू और बीजेपी राजद को घेरने में लगी है. वहीं दूसरा बंगला पटना के चिड़ियाघर के पास खंडहर पड़ा हुआ है और अब राज्य सरकार इस बंगले में स्कूल खोलने की बात कहा रही है. कुल मिलाकर इस समय बिहार में लालू यादव के दो बंगले चर्चा में बने हुए हैं.

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लालू यादव के नए मकान का काम तेजी से चल रहा है. कहा जा रहा है कि कुछ समय में ये बंगला बनकर तैयार हो जाएगा. वहीं इस बंगले को लेकर जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने लालू परिवार पर निशाना साधा और कहा अगर बंगला गलत दस्तावेजों या अवैध आधार पर बनाया जा रहा है, तो एक्शन होगा. कागजात गड़बड़ हुए तो कार्रवाई तय है. भारत में कानून सबके लिए बराबर है.
लालू जी का "समाजवाद" यानी लूट-खसोट से संपन्न है एकमात्र परिवार!
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) December 1, 2025
लालू परिवार एंड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने ऐशो-आराम और शानदार जीवन का पूरा इंतजाम किया है।
पेश है पटना शहर के बीचों-बीच इनका एक और निर्माणाधीन आलिशान महल... pic.twitter.com/VxxLdQyR8s
"बंगले में बनेगा स्कूल"
दूसरी ओर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने लालू प्रसाद यादव के जब्त एक बंगले में स्कूल खोलने का बयान दिया है. लालू यादव को ‘रजिस्टर्ड अपराधी' बताते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि भ्रष्टाचार से अर्जित संपत्ति अब समाज के हित में इस्तेमाल की जाएगी. इस बंगले में करीब 20 वर्षों से ताला लगा हुआ है.

दरअसल घोटाले के करीब 950 करोड़ रुपए के मामलों में सीबीआई और ईडी ने लालू यादव की कई संपत्तियां अटैच की गई थीं. इनमें पटना के चिड़ियाघर के पास का वाला बंगला भी शामिल है, जो पिछले कई वर्षों से बंद पड़ा है.
सम्राट चौधरी का कहना है कि इस भवन को खोलकर उसकी मरम्मत कराई जाएगी और वहां बच्चों के लिए सरकारी स्कूल शुरू किया जाएगा. जब उस भवन में स्कूल खुलेगा तो न केवल आम जनता को फायदा होगा, बल्कि लालू प्रसाद यादव को भी अच्छा लगेगा. जदयू और बीजेपी ने सम्राट चौधरी के इस निर्णय को सराहा है.

जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि लालू यादव ने गरीबों के नाम पर जमीन हड़पी है. अब उसी जमीन पर समाज कल्याण के कार्य होने चाहिए. उन्होंने सुझाव दिया कि सिर्फ स्कूल ही नहीं, बल्कि अनाथालय, अति पिछड़ा, अल्पसंख्यक और दलित छात्रावास जैसे संस्थान भी बनाए जाने चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ियां देख सकें कि कानून भ्रष्टाचार का इलाज कैसे करता है. उन्होंने कहा कि यह नजीर इस पीढ़ी के लिए ही नहीं, आने वाले लोगों के लिए भी होगा.

वहीं, राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सम्राट चौधरी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार बनी है, इसलिए उसे जनता की भलाई के काम करने चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए लालू यादव की संपत्ति को लेकर बयानबाजी कर रही है.
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