
कटिहार वृहद आश्रय गृह में संचालित बालिका सुधार गृह से 17 फरवरी को फरार दो नाबालिग को पुलिस ने बरामद कर लिया है. कटिहार महिला विकास मंच के अध्यक्ष रश्मि कुणाल ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह दोनों नाबालिग भाग कर पटना पहुंच गई थी जहां किसी तरह दोनों उनके संस्था में आई.उन्होंने दावा किया है कि दोनों ही नाबालिग बच्चियों ने कई चौंकाने वाला खुलासा किया है.
महिला विकास मंच की अध्यक्ष रश्मि कुणाल ने कानूनी बाध्यता का हवाला देते हुए इस मुद्दे पर बहुत अधिक बात करने से इनकार किया लेकिन उन्होंने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में जो बातें सामने आई है उसमें इन बच्चियों के साथ कई तरह के शोषण की बात सामने आया है.
क्या है संदिग्ध दवा?
इस मामले में सबसे बड़ा चौंकाने वाला बात यह है 16-17 साल की इन बच्चियों को कुछ खास दवा भी खिलाया जाता है. जिसकी खुलासा इन बच्चियों ने संस्था से जुड़े लोगों के पास किया है. इस संस्था से जुड़े अधिवक्ता प्रियंका कुमारी ने कहा है कि बच्चियों से जो प्रारंभिक पूछताछ किया है उसमें उन लोगों ने तो किसी खास लोगों का नाम तो नहीं बताया है लेकिन कुछ कर्मियों द्वारा गलत आचरण करने के साथ-साथ ऐसी दवा दिए जाने की बात बच्चियों द्वारा कही गई है.वकील ने दावा किया कि बच्चों को जो दवा दी जाती है उससे उनके शरीर में अलग तरह की बेचैनी होती है.
अब भी गायब है एक नाबालिग बच्ची
बताते चले 17 फरवरी को फरार इन दोनों बच्चियों को तो फिर से रेस्क्यू कर लिया गया है लेकिन अब भी 8 मार्च को फरार हुए एक और नाबालिग का कोई अता-पता नहीं चला है. ऐसे में इस रिमांड होम के बड़े-बड़े दीवारों के पीछे क्या चल रहा है. यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा. लेकिन फिलहाल कटिहार महिला विकास मंच के अध्यक्ष रश्मि कुणाल और बाल सुधार गृह के अधिवक्ता प्रियंका कुमारी इस मामले पर प्रशासन से विस्तृत जांच की मांग कर रहे हैं.
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