राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू यादव भले जेल में हैं, लेकिन पार्टी के सभी निर्णय वही लेते हैं. कुछ समय पूर्व लालू यादव ने यह तय किया था कि उपचुनाव के लिए भभुआ सीट से कांग्रेस पार्टी लड़ेगी. इसके बाद तेजस्वी यादव ने लालू यादव के निर्देश पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती से बातचीत की.
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इसके बाद बुधवार को पार्टी की संसदीय दल की बैठक में यह तय हुआ कि आगामी राज्यसभा, विधान पार्षद चुनाव में राजद प्रत्याशियों के चयन के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को प्राधिकृत किया गया. निश्चित रूप से इस फ़ैसले से एक बात साफ़ हो गया कि लालू यादव के बिना राजद में कोई फ़ैसला नहीं होता है.
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हालांकि पार्टी के नेताओं का कहना है कि जीतना राम मांझी के साथ दोस्ती का हाथ भी लालू यादव के इशारे पर ही किया गया. लालू यादव से पिछले हफ़्ते जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी भी मिले थे. राज्य सभा चुनावों में बिहार से छह सीट पर चुनाव होंगे. माना जा रहा है कि जहां राजद और जनता दल यूनाइटेड के दो-दो सदस्य राज्यसभा जाएंगे, वहीं भाजपा और कांग्रेस का एक-एक उम्मीदवार का राज्यसभा जाना तय माना जा रहा है.
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