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औराई पर BJP का कब्जा बरकरार, रामा निषाद ने VIP प्रत्याशी को 57 हजार से ज्यादा वोटों से हराया

2020 विधानसभा चुनाव में, भाजपा के उम्मीदवार राम सूरत राय ने इस सीट पर बड़ी जीत दर्ज की थी. उन्हें 86,289 वोट मिले, जबकि महागठबंधन की ओर से भाकपा माले के उम्मीदवार आफताब आलम को 41,006 वोट मिले थे.

औराई पर BJP का कब्जा बरकरार, रामा निषाद ने VIP प्रत्याशी को 57 हजार से ज्यादा वोटों से हराया
  • औराई में भाजपा की महिला प्रत्याशी रामा निषाद ने वीआईपी प्रत्याशी भोगेंद्र सहनी को भारी मतों के अंतर से हराया
  • 2020 में BJP के राम सूरत राय ने इस सीट पर बड़ी जीत दर्ज की थी, जबकि 2015 में राजद के सुरेंद्र राय विजयी रहे थे
  • औराई विधानसभा सीट पर यादव और भूमिहार जाति के मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं
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मुजफ्फरपुर:

औराई विधानसभा सीट पर बीजेपी ने एक बार फिर से कब्जा कर लिया. पार्टी ने हालांकि इस बार प्रत्याशी बदला था. रामा निषाद ने यहां महागठबंधन से वीआईपी प्रत्याशी भोगेंद्र सहनी को 57206 के भारी मतों के अंतर से हराया. महिला उम्मीदवार रामा निषाद को जहां 104085 वोट मिले. वहीं भोगेंद्र सहनी ने 46879 मत हासिल किए.

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2020 विधानसभा चुनाव में, भाजपा के उम्मीदवार राम सूरत राय ने इस सीट पर बड़ी जीत दर्ज की थी. उन्हें 86,289 वोट मिले, जबकि महागठबंधन की ओर से भाकपा माले के उम्मीदवार आफताब आलम को 41,006 वोट मिले थे. राम सूरत राय ने 45,283 वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की.

2015 चुनाव का परिणाम इसके विपरीत था, जब राजद के सुरेंद्र राय ने भाजपा के रामसूरत राय को 10,825 वोटों से हराया था. तब सुरेंद्र राय को 66,958 वोट और रामसूरत राय को 56,133 वोट मिले थे.

बिहार विधानसभा की 89 औराई सीट मुजफ्फरपुर जिले में है, वर्तमान में यहां के प्रमुख मुद्दे बाढ़ से निजात और बागमती नदी पर पुल निर्माण है. इलाके की एक बड़ी समस्या बागमती नदी पर स्थायी पुलों का न होना है, जिसके कारण दर्जनों गांवों के लोग नदी पार करने के लिए हर साल अपनी जान जोखिम में डालकर चचरी (बांस का अस्थायी पुल) का सहारा लेते हैं. ग्रामीण सड़कों के निर्माण की मांग भी यहां की जनता की प्रमुख जरूरतों में शामिल है.
  • जाति समीकरण के अनुसार, इस सीट पर यादव और भूमिहार जाति के मतदाताओं की निर्णायक भूमिका मानी जाती है.
  • यह इलाका प्रसिद्ध लेखक रामवृक्ष बेनीपुरी की जन्मस्थली होने के साथ-साथ भैरव स्थान मंदिर और यहां से गुजरने वाली बागमती और लखनदेई नदियों के लिए भी जाना जाता है.

मुजफ्फरपुर जिले की अन्य विधानसभा सीटों की बात करें तो 2020 में कांटी, गायघाट, मीनापुर और बोचहा में राजद का कब्जा था. वहीं, जदयू ने सकरा सीट पर जीत हासिल की थी, जबकि कुढ़नी, औराई, बरूराज, साहेबगंज और पारू सीटें तब भाजपा के खाते में थी. मुजफ्फरपुर नगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस की जीत हुई थी.

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