
- तेजस्वी यादव ने दीपावली के दिन 143 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है.
- सूची में लालू परिवार के वफ़ादार यादव और कई पुराने नाम शामिल हैं.
- बिहार विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में छह नवंबर और 11 नवंबर को मतदान होगा तथा मतगणना 14 नवंबर को होगी.
पिछले विधानसभा की तुलना में राजद नेता तेजस्वी यादव इस बार काफी लेट चल रहे हैं. आज दीपावली के रोज़ इन्होंने 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार की घोषणा की है. पुनः एक बार इन्होंने माई समीकरण को दोहराया है. हालांकि साल 2015 में इन्होंने एक भी भूमिहार उम्मीदवार नहीं उतारा और साल 2020 में सिर्फ़ एक. लेकिन इस बार पांच भूमिहार को टिकट दिया है. राजपूतों की संख्या इन्होंने काफ़ी घटा दी है. एक सरसरी निगाह में राजपूत सिर्फ 6 नजर आ रहे हैं . ब्राह्मण भी मुश्किल से 2 या 3. अभी लिस्ट की विस्तृत समीक्षा बाकी है.
लालू परिवार के वफ़ादार लोगों को जगह मिली
अब सवाल यह है की क्या तेजस्वी अपने पिता की छाया से बाहर निकले हैं या अभी भी लालू जी की चल रही है? लिस्ट में कई पुराने नाम और लालू परिवार के वफ़ादार लोगों को जगह मिली है. ख़ासकर यादव जाति में. मुस्लिम भी मात्र 10 % से भी कम की संख्या में हैं. जबकि मुस्लिम आबादी लगभग 19 % है. और यह मान के चला जाता है की भाजपा विरोध में मुस्लिम सिर्फ और सिर्फ लालटेन को बटन दबाते हैं .
कई मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में यादव को टिकट मिला है. क्षेत्र के हिसाब से भाजपा उम्मीदवार के ख़िलाफ़ मजबूत उम्मीदवार से ज़्यादा परिवार के वफ़ादार को तरजीह मिली है. 12 सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवार के ख़िलाफ़ ही लालटेन खड़ा है . जिसमें से 5 तो सिर्फ़ कांग्रेस के खिलाफ इनके उम्मीदवार हैं. राज्य स्तर पर यह खेल गलत तस्वीर पेश कर सकती है या फिर लोकल में यह गेम कम अंतर के जीत हार का फ़ैसला करेगी.
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