बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को आशंका जताई कि अगले सप्ताह यहां होने वाली विपक्षी दलों की बैठक से पहले केंद्रीय एजेंसियों द्वारा जांच किए गए मामलों में उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया जा सकता है. राजद नेता प्रवर्तन निदेशालय द्वारा तमिलनाडु के एक मंत्री की गिरफ्तारी के बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन में घटक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) विपक्षी दलों की बैठक बुला रही है.
तेजस्वी ने कहा, 'मुझे लगता है कि विपक्ष की बैठक से पहले हम इन एजेंसियों द्वारा छापे और गिरफ्तारियां देख सकते हैं. हालांकि हम इस प्रक्रिया में और मजबूत होकर उभरेंगे.'
उन्होंने कहा, 'अभी तक मेरे खिलाफ आरोपपत्र दाखिल नहीं हुई है, लेकिन अब मुझे आश्चर्य नहीं होगा, अगर एजेंसियां जल्द ही आरोपपत्र दाखिल करे.'
होटल के लिए जमीन और नौकरियों के बदले जमीन घोटाला तेजस्वी के पिता लालू प्रसाद के रेल मंत्री के कार्यकाल से संबंधित हैं.
तेजस्वी, केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते रहे हैं और व्यंग्यात्मक ढंग से सीबीआई और ईडी को अपने आवास पर अपने कार्यालय खोलने के लिए कहते रहे हैं.
तेजस्वी ने कहा, ' इन एजेंसियों ने मेरे और मेरे करीबी सहयोगियों के खिलाफ कितनी बार तलाशी ली है, यह भी उन्हें याद नहीं है.'
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