
- मुजफ्फरपुर में महावीरी झंडा जुलूस पथराव मामले में 29 नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है.
- पुलिस ने मामले में मुखिया पति मोहम्मद इसरार सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और अन्य की तलाश जारी है.
- पथराव में राजपुर थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग घायल हो गए, जिन्हें भर्ती कराया गया है.
बिहार के मुजफ्फरपुर में महावीरी झंडा जुलूस पथराव (Mahaviri Processing Stone Pelting) मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने राजपुर थाना इलाके के मीनापुर गांव में महावीरी झंडा पुलिस पर हुए पथराव के मामले में 29 नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. साथ ही पुलिस ने इस मामले में मुखिया के पति मोहम्मद इसरार सहित पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया है. वहीं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. फिलहाल गांव में स्थिति सामान्य है और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस लगातार कैंप कर रही है.
इस मामले को लेकर एसएसपी सुशील कुमार ने बताया कि वीडियोग्राफी के माध्यम से तमाम आरोपियों की पहचान की जा रही है. अब तक 29 नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. फिलहाल शांति समिति की बैठक चल रही हैं.
कई पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग हो गए थे घायल
पथराव की इस घटना में राजेपुर के थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी और कई स्थानीय निवासी घायल हो गए. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘‘यह घटना तब हुई जब कुछ उपद्रवियों ने एक जुलूस पर छतों से पत्थर फेंके, जहां पुलिस अधिकारियों की एक टीम भी मौजूद थी.''
उन्होंने आगे कहा, 'एसएचओ समेत कई पुलिसकर्मी और पांच-छह स्थानीय लोग घायल हो गए. घायलों को नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.''
इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती
उन्होंने बताया कि इलाके में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है और स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं