प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित 12वीं की परीक्षा संपन्न हो गई. पूरे परीक्षा के दौरान जितने परीक्षार्थियों को नकल के दौरान निष्काषित किया, उसे देखते हुए लग रहा है कि सरकार ने इस बार सख्ती से काम लिया है. परीक्षा के दौरान नकल के आरोप में लगभग 1,000 परीक्षार्थियों को निष्कासित कर दिया गया है. समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने शनिवार को बताया कि जल्द ही मूल्यांकन का काम शुरू किया जाएगा.
यह भी पढ़ें - बिहार में 12वीं बोर्ड की परीक्षा शुरू, नकल रोकने के लिए कड़े इंतजाम
उन्होंने बताया कि छह फरवरी से 16 फरवरी तक चली परीक्षा में राज्यभर से 985 परीक्षार्थियों को नकल के आरोप में निष्कासित किया गया. उन्होंने कहा कि सबसे अधिक 104 परीक्षार्थी गया जिले से निष्कासित किए गए।.इस दौरान 24 फर्जी परीक्षार्थियों को भी पकड़ा गया और तीन पर्यवेक्षकों पर भी नकल करवाने में शामिल होने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज हुई है.
परीक्षा में राज्यभर से 12,07,986 छात्र-छात्राएं शामिल होने थे लेकिन नकल को लेकर हुई सख्ती के चलते लगभग 24,000 परीक्षार्थी नदारद रहे.
VIDEO: तंगी और बदहाली में बीता बचपन, 12वीं की परीक्षा में स्कूल में किया टॉप (इनपुट आईएएनएस से)
यह भी पढ़ें - बिहार में 12वीं बोर्ड की परीक्षा शुरू, नकल रोकने के लिए कड़े इंतजाम
उन्होंने बताया कि छह फरवरी से 16 फरवरी तक चली परीक्षा में राज्यभर से 985 परीक्षार्थियों को नकल के आरोप में निष्कासित किया गया. उन्होंने कहा कि सबसे अधिक 104 परीक्षार्थी गया जिले से निष्कासित किए गए।.इस दौरान 24 फर्जी परीक्षार्थियों को भी पकड़ा गया और तीन पर्यवेक्षकों पर भी नकल करवाने में शामिल होने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज हुई है.
परीक्षा में राज्यभर से 12,07,986 छात्र-छात्राएं शामिल होने थे लेकिन नकल को लेकर हुई सख्ती के चलते लगभग 24,000 परीक्षार्थी नदारद रहे.
VIDEO: तंगी और बदहाली में बीता बचपन, 12वीं की परीक्षा में स्कूल में किया टॉप (इनपुट आईएएनएस से)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं