एनडीटीवी से बातचीत में अनिल साधू फूटफूट के रो पड़े
पटना:
लोक जनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान और उनके छोटे दामाद अनिल साधु के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। एनडीटीवी से बातचीत में साधु बगैर अपने आंसू रोके कहे जा रहे थे 'मैं क्यों नहीं?' यानि आगामी बिहार चुनाव में पासवान की पार्टी की तरफ से उन्हें चुनाव लड़ने क्यों नहीं दिया जा रहा है।
50 साल के साधू ने एनडीटीवी से कहा 'मैं और राम विलास पासवान एक परिवार हैं। जानता हूं कि वह मुझसे नफरत नहीं करते लेकिन यह मेरे हक़ की लड़ाई है और मैं इसे जारी रखूंगा।' साधु का मानना है कि अगले महीने शुरू होने वाले बिहार चुनाव के लिए पासवान को मिली 40 सीटों में साधू के प्रतिद्वंदियों को बैठाया जा सकता है।
साधु का पासवान की सबसे छोटी बेटी आशा से ब्याह हुआ है और 1988 से राज्य राजनीति में सक्रिय हैं। 2000 में पासवान ने लोजपा का गठन किया और उनके बेटे चिराग को चुनाव प्रभारी बनाया गया है।
उम्मीदवारी में 'पक्षपात'
32 साल के चिराग का कहना है कि चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन उनके जीतने के सामर्थ्य के आधार पर किया जाएगा। वहीं साधु का आरोप है कि इस मामले में पक्षपात किया जा रहा है क्योंकि पासवान के भाई और भतीजे ने बाज़ी मार ली है।
साधु उस दलित सेना के प्रमुख है जो पिछड़ी जाति को संघिटत करने का काम करते हैं। उन्होंने कहा है कि पार्टी की यह शाखा पासवान के खिलाफ सक्रिय रूप से अभियान चलाएगी।
बता दें कि आने वाले बिहार चुनाव के लिए लोजपा ने भाजपा से हाथ मिलाया है ताकि नीतीश कुमार को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने से रोका जा सके।
वहीं कुमार ने लालू यादव और कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला है।
बिहार चुनाव 12 अक्टूबर से शूरू होकर पांच दिन चलेंगे और वोटों की गिनती का काम 8 नवंबर को होगा।
50 साल के साधू ने एनडीटीवी से कहा 'मैं और राम विलास पासवान एक परिवार हैं। जानता हूं कि वह मुझसे नफरत नहीं करते लेकिन यह मेरे हक़ की लड़ाई है और मैं इसे जारी रखूंगा।' साधु का मानना है कि अगले महीने शुरू होने वाले बिहार चुनाव के लिए पासवान को मिली 40 सीटों में साधू के प्रतिद्वंदियों को बैठाया जा सकता है।
साधु का पासवान की सबसे छोटी बेटी आशा से ब्याह हुआ है और 1988 से राज्य राजनीति में सक्रिय हैं। 2000 में पासवान ने लोजपा का गठन किया और उनके बेटे चिराग को चुनाव प्रभारी बनाया गया है।
उम्मीदवारी में 'पक्षपात'
32 साल के चिराग का कहना है कि चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन उनके जीतने के सामर्थ्य के आधार पर किया जाएगा। वहीं साधु का आरोप है कि इस मामले में पक्षपात किया जा रहा है क्योंकि पासवान के भाई और भतीजे ने बाज़ी मार ली है।
साधु उस दलित सेना के प्रमुख है जो पिछड़ी जाति को संघिटत करने का काम करते हैं। उन्होंने कहा है कि पार्टी की यह शाखा पासवान के खिलाफ सक्रिय रूप से अभियान चलाएगी।
बता दें कि आने वाले बिहार चुनाव के लिए लोजपा ने भाजपा से हाथ मिलाया है ताकि नीतीश कुमार को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने से रोका जा सके।
वहीं कुमार ने लालू यादव और कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला है।
बिहार चुनाव 12 अक्टूबर से शूरू होकर पांच दिन चलेंगे और वोटों की गिनती का काम 8 नवंबर को होगा।
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