पटना:
मतदाताओं ने दिखा उत्साह
छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कहीं से किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। मतदाताओं में गजब का उत्साह देखा गया। नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के ऐलान के बावजूद 55 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इसके साथ ही 32 महिलाओं समेत 456 प्रत्याशियों का राजनीतिक भविष्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद हो गया। दूसरे चरण में राज्य के 243 विधानसभा सीटों में से 81 विधानसभा सीटों पर मतदान समाप्त हो गया। पहले चरण में सोमवार को 49 सीटों पर मत डाले गए थे। तीसरे चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होना है।
राज्य निर्वाचन आयेाग के अनुसार, दूसरे चरण में छह जिलों के सभी 32 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया है। राज्य निर्वाचन आयोग के अपर मुख्य निर्वाचन आयुक्त आर. लक्ष्मणन ने बताया कि दूसरे चरण में कुल करीब 86.13 लाख मतदाता थे। 9,119 मतदान केंद्रों पर 55.14 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
उन्होंने बताया कि सबसे अधिक कैमूर में जहां 57.86 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, वहीं सबसे कम औरंगाबाद में 52.50 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके अलावा रोहतास में 54.66 फीसदी मतदान हुए जबकि अरवल में 53.21 फीसदी, जहानाबाद में 56.49 फीसदी और गया में 55.54 फीसदी मतदाताओं ने अपना मत दिया।
(बिहार चुनाव के दूसरे चरण का मतदान : लाइव अपडेट)
पिछले विधानसभा चुनाव में इन जिलों में 52 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। दूसरे चरण के मतदान में कैमूर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद और गया जिले के कुल 32 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले गए। नक्सल प्रभावित 11 विधानसभा क्षेत्रों में अपराह्न् तीन बजे तक, जबकि 12 विधानसभा क्षेत्रों में चार बजे तक मतदान का कार्य हुआ।
लक्ष्मणन के मुताबिक, 13 मतदान केंद्रों पर विभिन्न स्थानीय मुद्दों को लेकर मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया।
निर्वाचन आयोग ने पूर्व में ही सामान्य विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शाम पांच बजे तक, जबकि नक्सल प्रभावित इलाकों में अपराह्न् तीन बजे तक और कुछ क्षेत्रों में शाम चार बजे तक मतदान का समय निर्धारित किया था।
कुछ मतदान केंद्रों पर शुरुआती घंटों में ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिन्हें बाद में बदल दिया गया था। मतदान के दौरान दो अलग-अलग जगहों से दो अत्याधुनिक बम बरामद किए गए, जिसे बाद में निष्क्रिय कर दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदाताओं से मतदान की अपील की है।
नक्सल प्रभावित 11 सीटों पर दोपहर तीन बजे तक ही वोट डाले जाएंगे, जबकि 12 सीटों पर वोटिंग चार बजे तक होगी। सिर्फ़ 9 सीटों पर ही सुबह सात से शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे। शांतिपूर्ण मतदान के लिए भारी तादाद में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। सेंट्रल पारा मिलिट्री फ़ोर्सेस 993 कंपनियों के साथ-साथ बिहार पुलिस पर सुरक्षा की ज़िम्मेदारी है। ड्रोन के ज़रिए भी निगरानी की जा रही है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर लक्ष्मणन ने बताया कि पूरी मतदान प्रक्रिया की हवाई निगरानी के लिए पांच हेलिकॉप्टरों और ड्रोन का इस्तेमाल करने के साथ ही गश्त के लिए 719 मोटरसाइकिलों का इस्तेमाल किया जाएगा। पहाड़ी इलाके में मतदान के दौरान सुरक्षा के लिए 40 पुलिस गश्ती दल लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि मतदान के दौरान किसी अप्रिय घटना की स्थिति में गंभीर रूप से घायल होने वाले लोगों और बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के लिए एक एयर एंबुलेंस की सेवा ली जाएगी।
राज्य पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि मतदान के दौरान गड़बड़ी करने के आरोप में 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक बोलेरो और एक मोटरसाइकिल जब्त की गई। मतदान के दौरान कहीं से किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। नक्सलियों ने मतदान बहिष्कार का ऐलान किया था।
दूसरे चरण में अधिकांश सीटें नक्सल प्रभावित थीं, जिस कारण सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों की तैनाती की गई। मतदान के लिए संबंधित जिलों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा कर दी गई थी।
शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान के लिए राज्य एवं केंद्रीय सुरक्षा बलों की कुल 993 कंपनियां तैनात की गईं और पांच हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए। नक्सल प्रभावित इलाकों में ड्रोन से भी निगरानी की गई। मतदान सुचारू रूप से संपन्न हो, इसके लिए 44,216 मतदान कर्मियों को लगाया गया।
इस चरण में पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी, विधानसभा अध्यक्ष और जनता दल (युनाइटेड) के नेता उदय नारायण चौधरी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह, रामेश्वर चौरसिया, पूर्व मंत्री रामधनी सिंह, इलियास हुसैन तथा मांझी के बेटे संतोष कुमार का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में बंद हो गया।
इस चरण में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से भाजपा के 16, हम के सात, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के छह, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के तीन उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जद (यू) के 13-13 उम्मीदवार और कांग्रेस के छह उम्मीदवार मैदान में हैं।
इस चुनाव में कांग्रेस, राजद और जद (यू) महागठबंधन के तहत चुनाव मैदान में हैं। वहीं भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए में लोजपा, रालोसपा और हम हैं। वामपंथी दल एक अलग मोर्चा बनाकर चुनावी समर में हैं, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) के नेतृत्व में छह दलों का तीसरा मोर्चा भी चुनाव मैदान में है। बाद में गुरुवार को हालांकि तीसरे मोर्चे से राकांपा ने खुद को अलग करने की घेषणा कर दी है।
बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों के लिए पांच नवंबर तक पांच चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में 12 अक्टूबर को 49 सीटों पर मतदान हुआ था। सभी सीटों के लिए मतगणना आठ नवंबर को होगी।
साल 2010 में इन 32 सीटों पर हुए चुनाव का परिणाम : आरजेडी को 2 सीटें और 22.2% वोट, एलजेपी को 1 सीट और 5% वोट एवं अन्य को 2 सीटें मिली थीं और उन्हें 29.2% वोट मिले थे। पिछले चुनाव में इन 32 सीटों में कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी।
साल 2010 में इन 32 सीटों पर हुए चुनाव का परिणाम : बीजेपी ने नौ सीटों पर जीत हासिल की थी और उसे 12.7% वोट मिले थे। जेडी(यू) को 18 सीटें मिली थीं, उसे 24.2% वोट मिले थे।
दूसरा दौर
अहम उम्मीदवार
विधानसभा उम्मीदवार पार्टी पृष्ठभूमि
दिनारा राजेंद्र सिंह बीजेपी RSS नेता, संगठन महासचिव, BJP, झारखंड
मख़दूमपुर / इमामगंज जीतनराम मांझी हम पूर्व मुख्यमंत्री, पार्टी संस्थापक
इमामगंज उदयनारायण चौधरी जेडीयू विधानसभा अध्यक्ष
वज़ीरगंज अवधेश कुमार सिंह कांग्रेस पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता
किसके कितने उम्मीदवार?
दल उम्मीदवार
बीजेपी 16
हम 7
आरएलएसपी 6
लोक जनशक्ति 3
कांग्रेस 6
जेडीयू 13
आरजेडी 13
छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कहीं से किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। मतदाताओं में गजब का उत्साह देखा गया। नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के ऐलान के बावजूद 55 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इसके साथ ही 32 महिलाओं समेत 456 प्रत्याशियों का राजनीतिक भविष्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद हो गया। दूसरे चरण में राज्य के 243 विधानसभा सीटों में से 81 विधानसभा सीटों पर मतदान समाप्त हो गया। पहले चरण में सोमवार को 49 सीटों पर मत डाले गए थे। तीसरे चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होना है।
राज्य निर्वाचन आयेाग के अनुसार, दूसरे चरण में छह जिलों के सभी 32 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया है। राज्य निर्वाचन आयोग के अपर मुख्य निर्वाचन आयुक्त आर. लक्ष्मणन ने बताया कि दूसरे चरण में कुल करीब 86.13 लाख मतदाता थे। 9,119 मतदान केंद्रों पर 55.14 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
उन्होंने बताया कि सबसे अधिक कैमूर में जहां 57.86 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, वहीं सबसे कम औरंगाबाद में 52.50 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके अलावा रोहतास में 54.66 फीसदी मतदान हुए जबकि अरवल में 53.21 फीसदी, जहानाबाद में 56.49 फीसदी और गया में 55.54 फीसदी मतदाताओं ने अपना मत दिया।
(बिहार चुनाव के दूसरे चरण का मतदान : लाइव अपडेट)
पिछले विधानसभा चुनाव में इन जिलों में 52 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। दूसरे चरण के मतदान में कैमूर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद और गया जिले के कुल 32 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले गए। नक्सल प्रभावित 11 विधानसभा क्षेत्रों में अपराह्न् तीन बजे तक, जबकि 12 विधानसभा क्षेत्रों में चार बजे तक मतदान का कार्य हुआ।
लक्ष्मणन के मुताबिक, 13 मतदान केंद्रों पर विभिन्न स्थानीय मुद्दों को लेकर मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया।
निर्वाचन आयोग ने पूर्व में ही सामान्य विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शाम पांच बजे तक, जबकि नक्सल प्रभावित इलाकों में अपराह्न् तीन बजे तक और कुछ क्षेत्रों में शाम चार बजे तक मतदान का समय निर्धारित किया था।
कुछ मतदान केंद्रों पर शुरुआती घंटों में ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिन्हें बाद में बदल दिया गया था। मतदान के दौरान दो अलग-अलग जगहों से दो अत्याधुनिक बम बरामद किए गए, जिसे बाद में निष्क्रिय कर दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदाताओं से मतदान की अपील की है।
आज बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान में सभी मतदाताओं से निवेदन- अपना मतदान अवश्य करें ।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 16, 2015
नक्सल प्रभावित 11 सीटों पर दोपहर तीन बजे तक ही वोट डाले जाएंगे, जबकि 12 सीटों पर वोटिंग चार बजे तक होगी। सिर्फ़ 9 सीटों पर ही सुबह सात से शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे। शांतिपूर्ण मतदान के लिए भारी तादाद में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। सेंट्रल पारा मिलिट्री फ़ोर्सेस 993 कंपनियों के साथ-साथ बिहार पुलिस पर सुरक्षा की ज़िम्मेदारी है। ड्रोन के ज़रिए भी निगरानी की जा रही है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर लक्ष्मणन ने बताया कि पूरी मतदान प्रक्रिया की हवाई निगरानी के लिए पांच हेलिकॉप्टरों और ड्रोन का इस्तेमाल करने के साथ ही गश्त के लिए 719 मोटरसाइकिलों का इस्तेमाल किया जाएगा। पहाड़ी इलाके में मतदान के दौरान सुरक्षा के लिए 40 पुलिस गश्ती दल लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि मतदान के दौरान किसी अप्रिय घटना की स्थिति में गंभीर रूप से घायल होने वाले लोगों और बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के लिए एक एयर एंबुलेंस की सेवा ली जाएगी।
राज्य पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि मतदान के दौरान गड़बड़ी करने के आरोप में 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक बोलेरो और एक मोटरसाइकिल जब्त की गई। मतदान के दौरान कहीं से किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। नक्सलियों ने मतदान बहिष्कार का ऐलान किया था।
दूसरे चरण में अधिकांश सीटें नक्सल प्रभावित थीं, जिस कारण सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों की तैनाती की गई। मतदान के लिए संबंधित जिलों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा कर दी गई थी।
शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान के लिए राज्य एवं केंद्रीय सुरक्षा बलों की कुल 993 कंपनियां तैनात की गईं और पांच हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए। नक्सल प्रभावित इलाकों में ड्रोन से भी निगरानी की गई। मतदान सुचारू रूप से संपन्न हो, इसके लिए 44,216 मतदान कर्मियों को लगाया गया।
इस चरण में पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी, विधानसभा अध्यक्ष और जनता दल (युनाइटेड) के नेता उदय नारायण चौधरी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह, रामेश्वर चौरसिया, पूर्व मंत्री रामधनी सिंह, इलियास हुसैन तथा मांझी के बेटे संतोष कुमार का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में बंद हो गया।
इस चरण में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से भाजपा के 16, हम के सात, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के छह, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के तीन उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जद (यू) के 13-13 उम्मीदवार और कांग्रेस के छह उम्मीदवार मैदान में हैं।
इस चुनाव में कांग्रेस, राजद और जद (यू) महागठबंधन के तहत चुनाव मैदान में हैं। वहीं भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए में लोजपा, रालोसपा और हम हैं। वामपंथी दल एक अलग मोर्चा बनाकर चुनावी समर में हैं, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) के नेतृत्व में छह दलों का तीसरा मोर्चा भी चुनाव मैदान में है। बाद में गुरुवार को हालांकि तीसरे मोर्चे से राकांपा ने खुद को अलग करने की घेषणा कर दी है।
बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों के लिए पांच नवंबर तक पांच चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में 12 अक्टूबर को 49 सीटों पर मतदान हुआ था। सभी सीटों के लिए मतगणना आठ नवंबर को होगी।
साल 2010 में इन 32 सीटों पर हुए चुनाव का परिणाम : आरजेडी को 2 सीटें और 22.2% वोट, एलजेपी को 1 सीट और 5% वोट एवं अन्य को 2 सीटें मिली थीं और उन्हें 29.2% वोट मिले थे। पिछले चुनाव में इन 32 सीटों में कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी।
साल 2010 में इन 32 सीटों पर हुए चुनाव का परिणाम : बीजेपी ने नौ सीटों पर जीत हासिल की थी और उसे 12.7% वोट मिले थे। जेडी(यू) को 18 सीटें मिली थीं, उसे 24.2% वोट मिले थे।
दूसरा दौर
- सीटें : 32
- ज़िले : 6
- उम्मीदवार : 456
- महिला उम्मीदवार : 31
- मतदान केंद्र : 8849
- मतदान की जगहें : 7499
- पुरुष : 45,71,805
- महिला : 40,14,585
- अन्य : 314
- कुल : 85,86,704
अहम उम्मीदवार
विधानसभा उम्मीदवार पार्टी पृष्ठभूमि
दिनारा राजेंद्र सिंह बीजेपी RSS नेता, संगठन महासचिव, BJP, झारखंड
मख़दूमपुर / इमामगंज जीतनराम मांझी हम पूर्व मुख्यमंत्री, पार्टी संस्थापक
इमामगंज उदयनारायण चौधरी जेडीयू विधानसभा अध्यक्ष
वज़ीरगंज अवधेश कुमार सिंह कांग्रेस पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता
किसके कितने उम्मीदवार?
दल उम्मीदवार
बीजेपी 16
हम 7
आरएलएसपी 6
लोक जनशक्ति 3
कांग्रेस 6
जेडीयू 13
आरजेडी 13
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बिहार, बिहारचुनाव2015, बिहार चुनाव, अरवल, औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, कैमूर, Bihar, BiharPolls2015, Bihar Election 2015, Arwal, Aurangabad, Gaya, Jahanabad, Kaimur, जीतनराम मांझी, Jitan Ram Manjhi, बिहार चुनाव दूसरा चरण, Bihar Election 2nd Phase