पूर्व बीजेपी नेता अरुण शौरी की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
हर जीत अगर अपने साथ जश्न का मौका लेकर आती है तो हर हार के साथ आता है विश्लेषण का एक दौर। बिहार में बीजेपी खुद अपनी हार की वजहें तलाशे इससे पहले वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे अरुण शौरी ने एनडीटीवी पर इस हार के लिए पीएम मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली को ज़िम्मेदार बताया है।
एनडीटीवी से बात करते हुए अरुण शौरी ने कहा कि इस वक्त बीजेपी और सरकार का मतलब सिर्फ़ मोदी, अमित शाह और अरुण जेटली है क्योंकि यही तीनों हैं जो सरकार चला रहे हैं। शौरी यहीं नहीं रुके, उन्होंने बिहार की हार को बीजेपी के चेहरे पर जनता का करारा तमाचा बताया। उन्होंने कहा कि वो काफ़ी वक्त से कहते आ रहे हैं कि पार्टी में अहंकार आ चुका है और ये हार उसी का नतीजा है।
अरुण शौरी के मुताबिक बीते एक साल से बीजेपी में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी के ख़िलाफ़ एक असहयोग आंदोलन चल रहा है जिसके तहत नेताओं या मंत्रियों को जो काम दिया जाता है वो उस काम को ले तो लेते हैं लेकिन करते नहीं या उसमें अपनी मेहनत नहीं झोंकते। शौरी के मुताबिक दिल्ली चुनाव और बिहार चुनाव में भी यही हुआ, जहां नेताओं ने दिखाने के लिए प्रचार का ज़िम्मा तो ले लिया लेकिन जानबूझकर शिद्दत से प्रचार किया नहीं।
जानेमाने अर्थशास्त्री अरुण शौरी ने मोदी सरकार की आर्थिक नीति और विदेश नीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अरुण जेटली की आर्थिक नीतियां गड़बड़ हैं क्योंकि वो तो वकील हैं। साथ ही हाल के दिनों में नेपाल के साथ रिश्तों में आई कड़वाहट को भी शौरी ने गलत विदेश नीति का उदाहरण बताया और कहा कि वहां भी बिहार में वोट पाने के लिए सबकुछ किया गया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को सिर्फ़ जीत दिखती है और उसके सिवा कुछ नहीं। प्रधानमंत्री को उन्होंने सबको साथ लेकर चलने की सलाह देते हुए कहा कि 'ख़ुदा ऐसी खुदाई न दे कि अपने सिवा कोई दिखाई न दे।'
एनडीटीवी से बात करते हुए अरुण शौरी ने कहा कि इस वक्त बीजेपी और सरकार का मतलब सिर्फ़ मोदी, अमित शाह और अरुण जेटली है क्योंकि यही तीनों हैं जो सरकार चला रहे हैं। शौरी यहीं नहीं रुके, उन्होंने बिहार की हार को बीजेपी के चेहरे पर जनता का करारा तमाचा बताया। उन्होंने कहा कि वो काफ़ी वक्त से कहते आ रहे हैं कि पार्टी में अहंकार आ चुका है और ये हार उसी का नतीजा है।
अरुण शौरी के मुताबिक बीते एक साल से बीजेपी में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी के ख़िलाफ़ एक असहयोग आंदोलन चल रहा है जिसके तहत नेताओं या मंत्रियों को जो काम दिया जाता है वो उस काम को ले तो लेते हैं लेकिन करते नहीं या उसमें अपनी मेहनत नहीं झोंकते। शौरी के मुताबिक दिल्ली चुनाव और बिहार चुनाव में भी यही हुआ, जहां नेताओं ने दिखाने के लिए प्रचार का ज़िम्मा तो ले लिया लेकिन जानबूझकर शिद्दत से प्रचार किया नहीं।
जानेमाने अर्थशास्त्री अरुण शौरी ने मोदी सरकार की आर्थिक नीति और विदेश नीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अरुण जेटली की आर्थिक नीतियां गड़बड़ हैं क्योंकि वो तो वकील हैं। साथ ही हाल के दिनों में नेपाल के साथ रिश्तों में आई कड़वाहट को भी शौरी ने गलत विदेश नीति का उदाहरण बताया और कहा कि वहां भी बिहार में वोट पाने के लिए सबकुछ किया गया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को सिर्फ़ जीत दिखती है और उसके सिवा कुछ नहीं। प्रधानमंत्री को उन्होंने सबको साथ लेकर चलने की सलाह देते हुए कहा कि 'ख़ुदा ऐसी खुदाई न दे कि अपने सिवा कोई दिखाई न दे।'
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
बिहारचुनाव2015, बिहार विधानसभा चुनाव 2015, अरुण शौरी, अमित शाह, अरुण जेटली, पीएम मोदी, BiharPolls2015, Bihar Assembly Election 2015, Arun Shourie, Amit Shah, PM Modi