घटनास्थल का दृश्य।
- युवक पुलिस कर्मियों के सामने गिड़गिड़ाता रहा
- एम्बुलेंस में थी युवक की बीमार मां
- सिद्धारमैया ने दिए जांच के आदेश
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बेंगलुरु:
एक एम्बुलेंस ट्रैफिक में फंसी रही। उस ट्रैफिक में जो मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को सुरक्षित रास्ता देने के लिए बनाया गया था। यह मामला 26 तारीख को सामने आया। बेंगलुरु से तकरीबन 40 किलोमीटर दूर होसकोट्टे के पास रात लगभग 8 बजे यह घटना हुई।
काफिला गुजरने के बाद ही खोला रास्ता
बताया जाता है कि ट्रैफिक नियमों के मुताबिक यातायात 5 मिनट पहले रोक दिया गया। इसी दौरान लगभग 20-22 साल का एक युवक चिल्लाता हुआ पुलिस के पास आया। उसने कहा कि उसकी बीमार मां एम्बुलेंस में हैं, उसको बचाने के लिए जरूरी है कि रास्ता खोला जाए। इस घटना के वीडियो फुटेज में वह बार-बार गिड़गिड़ाता हुआ दिख रहा है। लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने रास्ता नहीं खोला और एम्बुलेंस तभी निकल पाई जब मुख्यमंत्री का काफिला गुज़र गया।
फेसबुक पर वीडियो वायरल
कल यानी मंगलवार को एक व्यक्ति ने फेसबुक पर एक पोस्ट डाला जिसके साथ यह वीडियो है। मामला उछला तो मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आईजी सेंट्रल सीमंत कुमार सिंह को जांच के आदेश दिए हैं। अब पुलिस होसकोट्टे और इसके आसपास के अस्पतालों में जांच कर रही है ताकि उस मरीज़ को ढूंढा जा सके जो ट्रैफिक में फंसा था। साथ ही तलाश उस युवक की भी हो रही है जिसने वीडियो फेसबुक पर पोस्ट किया।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से जब पूछा गया कि इस बारे में उन्हें क्या कहना है तो उनका जवाब था कि उन्हें इस घटना के बारे में कुछ भी पता नहीं। उन्होंने पुलिस को फौरन जांच का आदेश दिया है।
पुलिस ने दी सफाई
कर्नाटक सेंट्रल रेंज के आई जीपी सीमांत कुमार सिंह ने जानकारी दी की एम्बुलेंस में एक बूढ़ा व्यक्ति था। वह घायल था लेकिन गंभीर रूप से नहीं। कोलार के इस शख्स का इलाज बेंगलुरू के एक स्थानिय अस्पताल में किया गया। आईजीपी के मुताबिक फेसबुक पर जो बाते लिखी गई है वह गलत है। किसी की मौत उस जाम में फंसने की वजह से नहीं हुई। जिसने यह पोस्ट डाला है उसको तलाश किया जा रहा है।
काफिला गुजरने के बाद ही खोला रास्ता
बताया जाता है कि ट्रैफिक नियमों के मुताबिक यातायात 5 मिनट पहले रोक दिया गया। इसी दौरान लगभग 20-22 साल का एक युवक चिल्लाता हुआ पुलिस के पास आया। उसने कहा कि उसकी बीमार मां एम्बुलेंस में हैं, उसको बचाने के लिए जरूरी है कि रास्ता खोला जाए। इस घटना के वीडियो फुटेज में वह बार-बार गिड़गिड़ाता हुआ दिख रहा है। लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने रास्ता नहीं खोला और एम्बुलेंस तभी निकल पाई जब मुख्यमंत्री का काफिला गुज़र गया।
फेसबुक पर वीडियो वायरल
कल यानी मंगलवार को एक व्यक्ति ने फेसबुक पर एक पोस्ट डाला जिसके साथ यह वीडियो है। मामला उछला तो मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आईजी सेंट्रल सीमंत कुमार सिंह को जांच के आदेश दिए हैं। अब पुलिस होसकोट्टे और इसके आसपास के अस्पतालों में जांच कर रही है ताकि उस मरीज़ को ढूंढा जा सके जो ट्रैफिक में फंसा था। साथ ही तलाश उस युवक की भी हो रही है जिसने वीडियो फेसबुक पर पोस्ट किया।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से जब पूछा गया कि इस बारे में उन्हें क्या कहना है तो उनका जवाब था कि उन्हें इस घटना के बारे में कुछ भी पता नहीं। उन्होंने पुलिस को फौरन जांच का आदेश दिया है।
पुलिस ने दी सफाई
कर्नाटक सेंट्रल रेंज के आई जीपी सीमांत कुमार सिंह ने जानकारी दी की एम्बुलेंस में एक बूढ़ा व्यक्ति था। वह घायल था लेकिन गंभीर रूप से नहीं। कोलार के इस शख्स का इलाज बेंगलुरू के एक स्थानिय अस्पताल में किया गया। आईजीपी के मुताबिक फेसबुक पर जो बाते लिखी गई है वह गलत है। किसी की मौत उस जाम में फंसने की वजह से नहीं हुई। जिसने यह पोस्ट डाला है उसको तलाश किया जा रहा है।