ओम निश्चल
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Gopaldas Neeraj: गीतकार गोपालदास नीरज ने 'दिल' ही नहीं 'देश' की भी ली थी सुध, पढ़ें उनके 7 मशहूर शेर
हिंदी के सुधी गीतकार गोपालदास नीरज (Gopaldas Neeraj) का जाना गीतों की दुनिया में एक बड़ा भूस्खलन है. वाचिक कविता में नीरज (Neeraj) का कोई सानी नहीं है. वे अपनी धुन के गीतकार थे.
- जनवरी 04, 2019 14:47 pm IST
- Written by: ओम निश्चल
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किस्सागोई के पुरोधा ज्ञान चतुर्वेदी पर लमही का विशेष अंक, कुछ यूं उकेरी जीवनी
सच कहा जाए तो जिस विट और व्यंजना से लैस इन व्यंग्यकारों का रचना संसार रहा है उसकी झलक इससे आगे की पीढ़ी में बहुत कम दिखाई पड़ती है. इस वक्त व्यंग्य के सर्वाधिक लोकप्रिय लेखक ज्ञान चतुर्वेदी हैं जिन पर प्रेमचंद की परंपरा को आगे बढ़ाने वाली पत्रिका लमही ने विशेषांक निकाल कर उन्हें वर्ष 2018 के लमही सम्मान से भी विभूषित किया है.
- नवंबर 22, 2018 20:30 pm IST
- Written by: ओम निश्चल, Edited by: अल्केश कुशवाहा
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विश्व पुस्तक मेला 2018: युवाओं में बढ़ रहा है जौन एलिया का क्रेज, जानिए क्या है वजह?
महफिलों व संगीत सभाओं में गजलों की लोकप्रियता जानी पहचानी है. गजल गायकी ने भी इसमें चार चांद लगाया है.
- जनवरी 12, 2018 09:32 am IST
- ओम निश्चल
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जन्मदिन विशेष: शायरी कलंदरी का नाम है, मुनव्वर राणा से एक मुलाकात
मुनव्वर राणा से एक अरसे बाद मिलना हुआ तो उनकी बीमारी व तबीयत के बारे में पूछा जिसका कुछ अंदाजा भी था. वे गए तीन चार सालों में अस्पताल की आवाजाही से थक चुके हैं और तबीयत ठीक होने का नाम नहीं लेती.
- नवंबर 26, 2017 13:46 pm IST
- ओम निश्चल
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मानवीय उच्चादर्शों के बड़े कवि कुंवर नारायण का अवसान
उनके भीतर जितना समावेशी कवि था, उतना ही उनके भीतर का आलोचक तीक्ष्ण जो अपनी पसंद निर्मित करते हुए किसी भी विषय को उसके निहितार्थों में उतरकर देखता था.
- नवंबर 15, 2017 14:30 pm IST
- Reported by: ओम निश्चल
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जन्मदिन विशेष: सुदामा पाण्डेय धूमिल भाषा के बारे में सोचते हुए उसको डायनामाइट मानते थे
धूमिल 9 नवंबर, 1936 को वाराणसी के गांव खेवली में जन्मे और 10 फरवरी 1975 को ब्रेन ट्यूमर की वजह से मात्र 39 साल की अवस्था में दिवंगत हुए. यानी वे आज होते तो इक्यासी बरस के होते और उसी तरह होते जिस तरह आज हमारे बीच रामदरश मिश्र, नामवर सिंह और विश्वनाथ त्रिपाठी जी हैं.
- नवंबर 09, 2017 17:04 pm IST
- ओम निश्चल
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जन्मदिन विशेष: निदा फाजली की शायरी से इंसानियत की खुशबू आती है...
निदा फाजली शायरी में डूबे हुए उस शख्स का नाम है जिसकी शायरी, दोहों, गजलों, नज्मों से रसखान रहीम तुलसी गालिब और सूर के पदों की सुगंध आती है.
- अक्टूबर 12, 2017 15:54 pm IST
- ओम निश्चल
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जब रामधारी सिंह दिनकर ने इस कवि से कहा, तुमने अभी ‘आत्मजयी’ लिख डाली है तो बुढ़ापे में क्या लिखोगे!’
हिंदी के कवि कुंवर नारायण का आज जन्मदिन है और वे 90 साल के हो गए हैं. उन्होंने हिंदी साहित्य को 'आत्मजयी' जैसी कृति दी, जिसने उन्हें साहित्य जगत में स्थापित करने काम किया
- सितंबर 19, 2017 12:05 pm IST
- ओम निश्चल
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हिंदी दिवस 2017: अंग्रेजी की तालीम लेकिन हिंदी को पहुंचाया बुलंदी पर
हिंदी की रोजी रोटी से जुड़े लोगों का तो दायित्व बनता ही है कि वे हिंदी भाषा के प्रयोग और संवर्धन का बीड़ा उठाएं लेकिन सबसे ज्यादा चिंता इसी बात की है कि हिंदी से जुड़े लोग ही प्राय: हिंदी की टांग खींचने में लगे रहते हैं.
- सितंबर 14, 2017 11:29 am IST
- ओम निश्चल