बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह.
नई दिल्ली:
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन से बन रही सरकार को जनता के मैनडेट के खिलाफ बताया. उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि हमने सबसे बड़ी पार्टी होने के कारण सरकार बनाने का दावा पेश किया था. उन्होंने कहा कि मैं कर्नाटक के करोड़ों कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करना चाहता हूं, जिन्होंने बीजेपी के कार्यकर्ता के नाते चुनाव में घर-घर जाकर अच्छा काम किया. इस चुनाव में चुनाव के पहले जब हम 40 सीट प्राप्त किये थे. अब 104 सीट के साथ सबसे बड़ी पार्टी बने हैं. हमारे वोट शेयर में भी बहुत वृद्धि हुई है.
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उन्होंने सिद्धारमैया सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पांच साल तक कर्नाटक में भ्रष्टाचार की सरकार चली. इस दौरान 3700 किसानों ने खुदकुशी की. देश भर में सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या की वृद्धि कर्नाटक में हुई. इसे मुद्दा बनाकर हम चुनाव लड़े थे. इसके साथ-साथ मोदी सरकार ने कर्नाटक में विकास को गति देने के लिए कई प्रयास किए. उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि कर्नाटक की जनता ने हमें मैनडेट दिया है. जेडीएस भी वहीं जीती जहां बीजेपी का संगठन निर्बल रहा.
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बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि यह एंटी कांग्रेस मैनडेट है. उनके आधे से ज्यादा मंत्री हारे हैं. मुख्यमंत्री खुद हारे हैं. दूसरी सीट से भी सिद्धारमैया बहुत कम मार्जिन से जीते हैं. यह बताता है कि मैनडेट कांग्रेस विरोधी मैनडेट है. पूर्ण बहुमत किसी के पास नहीं है. अगर हम सरकार बनाने का दावा नहीं करते तो कर्नाटक के जनता के मैनडेट के रूप में काम नहीं होता. इसलिए हमने सरकार बनाने का दावा पेश किया था. विशेषरूप से कांग्रेस के खिलाफ मैनडेट के बाद हमने यह दावा किया था. कर्नाटक का परिणाम बताता है कि जनता ने कांग्रेस को नकारा है. बीजेपी लगभग 13 सीटें नोटा से भी कम मार्जिन से हारी है. यह बताता है कि बीजेपी को मैनडेट देने के लिए जनता ने पूरा प्रयास किया है.
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अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि वह जश्न किस चीज को लेकर मना रही है. 80 फीसदी से ज्यादा सीटों पर जमानत जब्त होने का जश्न मना रही है. चुनाव से कुछ समय पहले ही कांग्रेस ने यह भांप लिया था कि वह चुनाव हारने जा रही है. कर्नाटक के चुनाव में कांग्रेस ने सभी मर्यादाओं को पार किया. धनबल का उपयोग किया गया. उन्होंने कहा कि हमने कांग्रेस से 14 राज्य छीने हैं. कांग्रेस को बताना चाहिए कि 14 राज्यों की हार बड़ी होती है या 14 लोकसभा सीटों की हार बड़ी होती है.
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उन्होंने कहा कि मैनडेट के खिलाफ जाकर कांग्रेस ने जेडीएस का समर्थन किया है और जेडीएस ने कांग्रेस का समर्थन लिया है. उन्होंने कहा कि जेडीएस और कांग्रेस ने एक-दूसरे के खिलाफ जमकर प्रचार किया और फिर वही दोनों साथ हो रहे हैं. अमित शाह ने कहा, 'हम दक्षिण में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे हैं. जादुई अंक से हम सिर्फ 7 सीट पीछे रहे हैं.' उन्होंने कहा कि हम पर 'हार्स ट्रेडिंग' (खरीद फरोख्त) का आरोप लगाया गया, लेकिन कांग्रेस ने पूरा का पूरा अस्तबल ही बेच खाया. हम सबसे बडे़ दल थे इसलिए हमने सरकार बनाने का दावा किया था.
कांग्रेस और जद एस द्वारा अपने विधायकों को होटल में रखने के बारे में एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि उन विधायकों को अभी भी नहीं छोड़ा है, अभी भी वे पांच सितारा होटल में ही हैं. उन्हें विजय जुलूस नहीं निकलाने दिया गया. अगर उन विधायकों को बाहर निकलने दिया गया होता, तो इन विधायकों को जनता के मूड का पता चलाता. उन्होंने कहा कि भाजपा कर्नाटक में सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभायेगी. शाह ने कहा, 'कर्नाटक के इस घटनाक्रम के बाद अब कांग्रेस ने अपनी हार को जीत बताने का एक नया तरीका खोज लिया है. मैं उम्मीद करता हूं कि जीत की यह नई परिभाषा 2019 तक जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस ने उच्चतम न्यायालय, चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक इकाइयों के साथ-साथ इवीएम में भी विश्वास करना शुरू कर दिया.
(इनपुट : भाषा से भी)
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उन्होंने सिद्धारमैया सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पांच साल तक कर्नाटक में भ्रष्टाचार की सरकार चली. इस दौरान 3700 किसानों ने खुदकुशी की. देश भर में सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या की वृद्धि कर्नाटक में हुई. इसे मुद्दा बनाकर हम चुनाव लड़े थे. इसके साथ-साथ मोदी सरकार ने कर्नाटक में विकास को गति देने के लिए कई प्रयास किए. उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि कर्नाटक की जनता ने हमें मैनडेट दिया है. जेडीएस भी वहीं जीती जहां बीजेपी का संगठन निर्बल रहा.
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बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि यह एंटी कांग्रेस मैनडेट है. उनके आधे से ज्यादा मंत्री हारे हैं. मुख्यमंत्री खुद हारे हैं. दूसरी सीट से भी सिद्धारमैया बहुत कम मार्जिन से जीते हैं. यह बताता है कि मैनडेट कांग्रेस विरोधी मैनडेट है. पूर्ण बहुमत किसी के पास नहीं है. अगर हम सरकार बनाने का दावा नहीं करते तो कर्नाटक के जनता के मैनडेट के रूप में काम नहीं होता. इसलिए हमने सरकार बनाने का दावा पेश किया था. विशेषरूप से कांग्रेस के खिलाफ मैनडेट के बाद हमने यह दावा किया था. कर्नाटक का परिणाम बताता है कि जनता ने कांग्रेस को नकारा है. बीजेपी लगभग 13 सीटें नोटा से भी कम मार्जिन से हारी है. यह बताता है कि बीजेपी को मैनडेट देने के लिए जनता ने पूरा प्रयास किया है.
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अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि वह जश्न किस चीज को लेकर मना रही है. 80 फीसदी से ज्यादा सीटों पर जमानत जब्त होने का जश्न मना रही है. चुनाव से कुछ समय पहले ही कांग्रेस ने यह भांप लिया था कि वह चुनाव हारने जा रही है. कर्नाटक के चुनाव में कांग्रेस ने सभी मर्यादाओं को पार किया. धनबल का उपयोग किया गया. उन्होंने कहा कि हमने कांग्रेस से 14 राज्य छीने हैं. कांग्रेस को बताना चाहिए कि 14 राज्यों की हार बड़ी होती है या 14 लोकसभा सीटों की हार बड़ी होती है.
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उन्होंने कहा कि मैनडेट के खिलाफ जाकर कांग्रेस ने जेडीएस का समर्थन किया है और जेडीएस ने कांग्रेस का समर्थन लिया है. उन्होंने कहा कि जेडीएस और कांग्रेस ने एक-दूसरे के खिलाफ जमकर प्रचार किया और फिर वही दोनों साथ हो रहे हैं. अमित शाह ने कहा, 'हम दक्षिण में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे हैं. जादुई अंक से हम सिर्फ 7 सीट पीछे रहे हैं.' उन्होंने कहा कि हम पर 'हार्स ट्रेडिंग' (खरीद फरोख्त) का आरोप लगाया गया, लेकिन कांग्रेस ने पूरा का पूरा अस्तबल ही बेच खाया. हम सबसे बडे़ दल थे इसलिए हमने सरकार बनाने का दावा किया था.
कांग्रेस और जद एस द्वारा अपने विधायकों को होटल में रखने के बारे में एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि उन विधायकों को अभी भी नहीं छोड़ा है, अभी भी वे पांच सितारा होटल में ही हैं. उन्हें विजय जुलूस नहीं निकलाने दिया गया. अगर उन विधायकों को बाहर निकलने दिया गया होता, तो इन विधायकों को जनता के मूड का पता चलाता. उन्होंने कहा कि भाजपा कर्नाटक में सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभायेगी. शाह ने कहा, 'कर्नाटक के इस घटनाक्रम के बाद अब कांग्रेस ने अपनी हार को जीत बताने का एक नया तरीका खोज लिया है. मैं उम्मीद करता हूं कि जीत की यह नई परिभाषा 2019 तक जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस ने उच्चतम न्यायालय, चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक इकाइयों के साथ-साथ इवीएम में भी विश्वास करना शुरू कर दिया.
(इनपुट : भाषा से भी)
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