प्रतीकात्मक तस्वीर.
नई दिल्ली:
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की इंदौर से मौजूदा विधायक उषा ठाकुर( MLA Usha Thakur) का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय द्वारा सेटिंग कर अपने बेटे (आकाश विजयवर्गीय) को टिकट दिलाने का आरोप लगा रही हैं. उषा ने स्वीकार किया है कि यह वीडियो पूर्व सैनिकों के साथ हुई बैठक का है. सोशल मीडिया पर शनिवार को वायरल हुए वीडियो में उषा पार्टी पर परिवारवाद का आरोप लगा रही हैं. उषा को इंदौर के तीन नंबर क्षेत्र की बजाय महू से उम्मीदवार बनाया गया. उषा जब महू पहुंचीं तो उनकी पूर्व सैनिकों के साथ बैठक हुई और यह वीडियो उसी बैठक का बताया जा रहा है.
वीडियो में उषा ठाकुर कह रही हैं, "यह राजनीतिक तौर पर अन्याय है. सचमुच, जितना आपको यह स्वीकार करने में कष्ट है कि एक आदमी को जिसको हम जानते ही नहीं हैं, वह कैसा है, वह क्या करेगा, क्या नहीं करेगा, उसको बोल दिया कि वहां चले जाओ."इस वीडियो में उषा आगे पार्टी में बढ़ते 'वंशवाद' का जिक्र करते हुए कहती हैं, "वंशवाद का जो ग्रहण कांग्रेस को था, वही भाजपा को हो गया है. राष्ट्रीय महासचिव ने हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को सेट कर लिया है."
वीडियो वायरल होने के बाद उषा ने माना कि वे महू क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान सैनिक विहार में गईं तो वहां सेना के एक पूर्व बड़े अधिकारी बैठे थे. उन्होंने कहा, "पूर्व सैन्य अधिकारी पार्टी के फैसले से संतुष्ट नहीं थे और मुझे पैराशूट बता रहे थे. उस पर मैंने सफाई दी. सैन्य अधिकारियों ने भाजपा पर वंशवाद का आरोप लगाया. मुझे इंदौर से महू भेजे जाने से सैन्य अधिकारी नाराज थे, उनकी नाराजगी को शांत करने के लिए मैंने अपनी बात कही." उषा ठाकुर ने कहा कि आने वाले समय में वे इस स्थिति से पार्टी के अध्यक्ष और प्रधानमंत्री को भी अवगत कराएंगी. इनपुट- आईएएनएस
वीडियो में उषा ठाकुर कह रही हैं, "यह राजनीतिक तौर पर अन्याय है. सचमुच, जितना आपको यह स्वीकार करने में कष्ट है कि एक आदमी को जिसको हम जानते ही नहीं हैं, वह कैसा है, वह क्या करेगा, क्या नहीं करेगा, उसको बोल दिया कि वहां चले जाओ."इस वीडियो में उषा आगे पार्टी में बढ़ते 'वंशवाद' का जिक्र करते हुए कहती हैं, "वंशवाद का जो ग्रहण कांग्रेस को था, वही भाजपा को हो गया है. राष्ट्रीय महासचिव ने हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को सेट कर लिया है."
वीडियो वायरल होने के बाद उषा ने माना कि वे महू क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान सैनिक विहार में गईं तो वहां सेना के एक पूर्व बड़े अधिकारी बैठे थे. उन्होंने कहा, "पूर्व सैन्य अधिकारी पार्टी के फैसले से संतुष्ट नहीं थे और मुझे पैराशूट बता रहे थे. उस पर मैंने सफाई दी. सैन्य अधिकारियों ने भाजपा पर वंशवाद का आरोप लगाया. मुझे इंदौर से महू भेजे जाने से सैन्य अधिकारी नाराज थे, उनकी नाराजगी को शांत करने के लिए मैंने अपनी बात कही." उषा ठाकुर ने कहा कि आने वाले समय में वे इस स्थिति से पार्टी के अध्यक्ष और प्रधानमंत्री को भी अवगत कराएंगी. इनपुट- आईएएनएस
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