तरुण गोगोई (फाइल फोटो)
गुवाहाटी:
असम में विधानसभा चुनाव की बढ़ती सरगर्मियों के बीच मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उन्हें 90 वर्ष का बताने पर उनकी आलोचना की और सवाल किया कि क्या भाजपा नेता उनसे यह कहना चाहते हैं कि वह ‘मर जाएं।’
गोगोई ने संवाददाताओं से कहा, वह (पीएम मोदी) दावा करते हैं कि वह मेरा सम्मान करते हैं और फिर भी कहते हैं, ‘जाओ जाओ जाओ’। वह कहते हैं कि मैं 90 वर्ष का हूं। इसका क्या मतलब है? क्या वह मुझसे कह रहे हैं कि मैं मर जाऊं या और क्या?
अगर आप 90 वर्ष के किसी व्यक्ति से जाने के लिए कहते हैं तो वह कहां जाए? वह मेरा सम्मान कर रहे हैं या मजाक बना रहे हैं। मुख्यमंत्री इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शनिवार की चुनावी रैली में दिए गए भाषण का जिक्र कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा, ‘‘गोगोई जी, कुछ वर्ष में आप 90 वर्ष के हो जाएंगे। आप मेरे बुजुर्ग हैं और मैं आपसे लड़ने नहीं आपको प्रणाम करने के लिए असम में आया हूं।’’ गोगोई ने अपने चुनावी हलफनामे में अपनी उम्र लगभग 79 वर्ष बताई है।
उन्होंने कहा कि उन्हें असम की जनता ने अपना मुख्यमंत्री चुना है और उनका अपमान राज्य की जनता का अपमान है।
गोगोई ने कहा, आप कहते हैं कि आप मेरा सम्मान करते हैं क्योंकि मैं बुजुर्ग हूं। लेकिन वह तो अपनी पार्टी के लोगों का भी सम्मान नहीं करते चाहे वह आडवाणी हो, मुरली मनोहर जोशी अथवा यशवंत सिन्हा। इस बात पर जोर देते हुए कि असम के लोग सदा अपने बुजुर्गों का आदर करते हैं गोगोई ने आरोप लगाया कि मोदी और अन्य भाजपा नेता राज्य में आ रहे हैं और असम की जनता का अनादर कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, वह असम का इतिहास नहीं जानते। वह कहते हैं कि सुकाफा ने 17 बार मुगलों पर आक्रमण किया। उनका असम के इतिहास और इसके स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं है। पिछले सप्ताह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने असम में एक चुनावी रैली में कहा था कि अहोम राजा सुकाफा ने मुगलों पर 17 बार हमला किया।
गोगोई ने संवाददाताओं से कहा, वह (पीएम मोदी) दावा करते हैं कि वह मेरा सम्मान करते हैं और फिर भी कहते हैं, ‘जाओ जाओ जाओ’। वह कहते हैं कि मैं 90 वर्ष का हूं। इसका क्या मतलब है? क्या वह मुझसे कह रहे हैं कि मैं मर जाऊं या और क्या?
अगर आप 90 वर्ष के किसी व्यक्ति से जाने के लिए कहते हैं तो वह कहां जाए? वह मेरा सम्मान कर रहे हैं या मजाक बना रहे हैं। मुख्यमंत्री इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शनिवार की चुनावी रैली में दिए गए भाषण का जिक्र कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा, ‘‘गोगोई जी, कुछ वर्ष में आप 90 वर्ष के हो जाएंगे। आप मेरे बुजुर्ग हैं और मैं आपसे लड़ने नहीं आपको प्रणाम करने के लिए असम में आया हूं।’’ गोगोई ने अपने चुनावी हलफनामे में अपनी उम्र लगभग 79 वर्ष बताई है।
उन्होंने कहा कि उन्हें असम की जनता ने अपना मुख्यमंत्री चुना है और उनका अपमान राज्य की जनता का अपमान है।
गोगोई ने कहा, आप कहते हैं कि आप मेरा सम्मान करते हैं क्योंकि मैं बुजुर्ग हूं। लेकिन वह तो अपनी पार्टी के लोगों का भी सम्मान नहीं करते चाहे वह आडवाणी हो, मुरली मनोहर जोशी अथवा यशवंत सिन्हा। इस बात पर जोर देते हुए कि असम के लोग सदा अपने बुजुर्गों का आदर करते हैं गोगोई ने आरोप लगाया कि मोदी और अन्य भाजपा नेता राज्य में आ रहे हैं और असम की जनता का अनादर कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, वह असम का इतिहास नहीं जानते। वह कहते हैं कि सुकाफा ने 17 बार मुगलों पर आक्रमण किया। उनका असम के इतिहास और इसके स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं है। पिछले सप्ताह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने असम में एक चुनावी रैली में कहा था कि अहोम राजा सुकाफा ने मुगलों पर 17 बार हमला किया।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
तरुण गोगोई, असम विधानसभा चुनाव 2015, नरेंद्र मोदी, Tarun Gogoi, Narendra Modi, Assam Assembly Polls 2016