खास बातें
- कांग्रेस की ओर से पंजाब के कपूरथला में आयोजित एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के दौरान विकास की जो गति थी वह मौजूदा सरकार के दौरान रूक गई है।
कपूरथला: पंजाब सरकार पर महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मरनेगा) के लिए केन्द्र सरकार से मिली निधि खर्च नहीं करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को कपूरथला में कहा है कि सूबे की सरकार पिछले पांच सालों में बुनियादी जिम्मेदारियां निभाने में असफल रही है।
कांग्रेस की ओर से पंजाब के कपूरथला जिले में आयोजित एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के दौरान विकास की जो गति थी वह मौजूदा सरकार के दौरान रूक गई है।
सोनिया ने कहा, ‘हमने पंजाब को हजारों करोड़ रूपए दिए। विकास की विभिन्न योजनाएं आरंभ की लेकिन उनका लाभ पंजाब की जनता को नहीं मिला। हमने मनरेगा के लिए पंजाब सरकार को पांच वर्ष में पांच हजार करोड़ रुपए दिए हैं लेकिन उसने :पंजाब सरकार ने: केवल पांच सौ 26 करोड़ रूपए ही खर्च किए हैं। यह शर्मनाक है।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘अकाली-भाजपा सरकार की नीतियों के कारण राज्य से उद्योग-धंधे दूसरे राज्यों में चले गए। यहां के लोग बेरोजगार हो गए। सरकार ने ऐसी नीतियां बनाई जिनसे शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई और गरीब तबके इससे वंचित हो गए।’
पंजाब में कानून व्यवस्था की हालत को बदतर करार देते हुए सोनिया ने कहा, ‘महिलाओं के खिलाफ जुल्म इस सरकार की एकमात्र उपलब्धि है और यह धंधा सरकार की छत्रछाया में फलफूल रहा है।’ सोनिया ने कहा, ‘जब राजीव जी प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने पंजाब और पंजाब के लोगों की खुशहाली के लिए काफी कुछ किया लेकिन मौजूदा सरकार की नीतियों ने किसानों को उनके आलू सड़कों पर फेंकने के लिए मजबूर कर दिया है।’
पंजाब सरकार पर राजकोष के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सूबे पर हजारों करोड़ रुपए का कर्ज हो चुका है। कर्मचारियों के वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं। केन्द्र लोक कल्याणकारी योजनाओं के लिए जो पैसे पंजाब में भेजती है राज्य सरकार उसका भी बंदरबांट कर देती है।
सोनिया ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने जानबूझ कर ऐसी नीतियां बनाई हैं जिसका लाभ सरकार चलाने वाले नेताओं को या फिर उनके निकट के लोगों को होता है। गरीबों को कोई लाभ नहीं मिल पाता। इसी का परिणाम है कि गरीबी रेखा के नीचे के वाले लोगों की संख्या बढ़ गई है।
सोनिया ने रैली में जनसमूह से अपील करते हुए कहा कि यह आप लोगों की इच्छा है कि आप मौजूदा व्यवस्था को बदलना चाहते हैं या उसी में रहना चाहते हैं।