अमेठी:
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का गढ़ समझे जाने वाले रायबरेली और अमेठी में चुनाव प्रचार की कमान संभालने वाली प्रियंका वाड्रा ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से आपसी मतभेद भुलाकर सभी 10 सीटों पर कांग्रेस को जिताने की अपील की। अमेठी और रायबरेली की 10 विधानसभा सीटों में से सात कांग्रेस के कब्जे में हैं। रायबरेली सोनिया और अमेठी राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र है।
प्रियंका 18 जनवरी तक रायबरेली और अमेठी में चुनाव प्रचार करेंगी। अमेठी स्थित संजय गांधी अस्पताल के अतिथि गृह में प्रियंका ने सभी विधानसभा प्रत्याशियों के अलावा नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बंद कमरे में बैठक की।
बैठक में शामिल अमेठी के वरिष्ठ कार्यकर्ता हाजी रफीक वासी ने बताया, "प्रियंका ने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं से आपसी भतभेद भुलाकर मिशन 2012 फतह करने के लिए लग जाने को कहा। उन्होंने (प्रियंका) कहा कि मैंने राहुल गांधी को अमेठी और रायबरेली की सभी 10 सीटें जिताने का वादा किया है। हमें सभी 10 सीटों को जीतना है।"
वासी ने कहा, "हमारी नेता ने हम लोगों से कहा कि समय बहुत कम है। आप लोग गांव-गांव जाकर मतदाताओं को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताकर उन्हें कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने को कहें।"
इस दौरान प्रियंका ने कहा कि कार्यकर्ता किसी भी पार्टी रीढ़ की हड्डी होते हैं। आप लोग गुटबाजी छोड़कर राहुल गांधी का मिशन पूरा करिए। इस दौरान उन्होंने यह भी साफ किया कि जो लोग गुटबाजी करना बंद नहीं करेंगे पार्टी उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
भाई राहुल गांधी और मां सोनिया गांधी के उत्तर प्रदेश के दूसरे हिस्सों के साथ अन्य राज्यों में चुनाव प्रचार में व्यस्त होने के कारण प्रियंका अमेठी और रायबरेली में चुनाव प्रचार का जिम्मा खुद सम्भालकर बूथ स्तर तक जाकर प्रचार करेंगी।
तीन दिवसीय चुनाव प्रचार अभियान के दौरान प्रियंका की रायबरेली और अमेठी के लगभग हर छोटे बड़े कस्बे में जाकर जनसम्पर्क और जनसभाएं करने की रणनीति है।
इससे पहले सुबह प्रियंका को फुर्सतगंज हवाई अड्डे से अमेठी जाते समय गौरीगंज में स्थानीय लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। नाराज लोग स्थानीय फतेह बहादुर सिंह को यहां से टिकट देने की मांग कर रहे थे। बाद में अमेठी में कार्यकर्ताओं से बैठक के दौरान प्रियंका ने मोहम्मद नईम को गौरीगंज से उम्मीदवार घोषित किया तो सबने सहमति जताई।
प्रियंका 18 जनवरी तक रायबरेली और अमेठी में चुनाव प्रचार करेंगी। अमेठी स्थित संजय गांधी अस्पताल के अतिथि गृह में प्रियंका ने सभी विधानसभा प्रत्याशियों के अलावा नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बंद कमरे में बैठक की।
बैठक में शामिल अमेठी के वरिष्ठ कार्यकर्ता हाजी रफीक वासी ने बताया, "प्रियंका ने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं से आपसी भतभेद भुलाकर मिशन 2012 फतह करने के लिए लग जाने को कहा। उन्होंने (प्रियंका) कहा कि मैंने राहुल गांधी को अमेठी और रायबरेली की सभी 10 सीटें जिताने का वादा किया है। हमें सभी 10 सीटों को जीतना है।"
वासी ने कहा, "हमारी नेता ने हम लोगों से कहा कि समय बहुत कम है। आप लोग गांव-गांव जाकर मतदाताओं को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताकर उन्हें कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने को कहें।"
इस दौरान प्रियंका ने कहा कि कार्यकर्ता किसी भी पार्टी रीढ़ की हड्डी होते हैं। आप लोग गुटबाजी छोड़कर राहुल गांधी का मिशन पूरा करिए। इस दौरान उन्होंने यह भी साफ किया कि जो लोग गुटबाजी करना बंद नहीं करेंगे पार्टी उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
भाई राहुल गांधी और मां सोनिया गांधी के उत्तर प्रदेश के दूसरे हिस्सों के साथ अन्य राज्यों में चुनाव प्रचार में व्यस्त होने के कारण प्रियंका अमेठी और रायबरेली में चुनाव प्रचार का जिम्मा खुद सम्भालकर बूथ स्तर तक जाकर प्रचार करेंगी।
तीन दिवसीय चुनाव प्रचार अभियान के दौरान प्रियंका की रायबरेली और अमेठी के लगभग हर छोटे बड़े कस्बे में जाकर जनसम्पर्क और जनसभाएं करने की रणनीति है।
इससे पहले सुबह प्रियंका को फुर्सतगंज हवाई अड्डे से अमेठी जाते समय गौरीगंज में स्थानीय लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। नाराज लोग स्थानीय फतेह बहादुर सिंह को यहां से टिकट देने की मांग कर रहे थे। बाद में अमेठी में कार्यकर्ताओं से बैठक के दौरान प्रियंका ने मोहम्मद नईम को गौरीगंज से उम्मीदवार घोषित किया तो सबने सहमति जताई।
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