भाजपा के रणनीतिकारों का मानना है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के बाद महाराष्ट्र के भी हाथ से निकल जाने के बाद झारखंड में कम से कम बहुमत वाली जीत जरूरी है, तभी पार्टी हाल के विधानसभा चुनावों से खराब प्रदर्शन से खोई हुई लय वापस पा सकती है.भाजपा सूत्रों का कहना है कि हरियाणा में किसी तरह से सरकार बनी और बहुमत के अभाव में महाराष्ट्र में बनी सरकार गिर गई.
पीएम मोदी ने अपने भाषण में जम्मू-कश्मीर के आर्टिकल 370 और अयोध्या के राम मंदिर विवाद का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके साथी दलों के काम करने का तरीका ही यही है कि समस्याओं को टालते रहो और उनके नाम पर वोट बटोरते रहो. इसी वजह से इन लोगों ने आर्टिकल 370 का मामला लटकाकर छोड़ा हुआ था.
झारखंड कांग्रेस ने रविवार को विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी किया, जिसमें हर परिवार को नौकरियां, किसानों के लिए कर्जमाफी व रांची में मेट्रो रेल सहित कई लुभावने वादे किए गए हैं. झारखंड कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह ने राज्य इकाई के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के साथ रांची के प्रेस क्लब में घोषणा पत्र जारी किया.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा. झारखंड में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता ने पलामू में एक रैली में कहा, "भाजपा अपने वादे को पूरा करती है. लोग कहते थे कि भाजपा केवल वादे करती है लेकिन हमने सभी वादे पूरे किए हैं. अब (अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद) एक कानून है. अब देश में एक कानून है. हमने तीन तलाक को समाप्त करने के लिए कानून बनाया. अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा."
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमला करने वाले दो बाईक से आए थे और मोहन गुप्ता को सामने देखकर एके- 47 से ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी जिससे उनकी मौके पर ही मौत हुई गई. मोहन गुप्ता प्रखंड प्रमुख के पति थे.
झारखंड में नौकरशाह से नेता बने रामेश्वर उरांव कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं. झारखंड में मौजूदा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन का दारोमदार इस दिग्गज नेता के कंधों पर है. पिछले लोकसभा चुनाव में टिकट से वंचित रहे 72 वर्षीय रामेश्वर उरांव अब विधानसभा चुनाव में भाग्य आजमाएंगे. कांग्रेस ने इस बार उन्हें लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारा है. यहां पर उनका मुकाबला बीजेपी के सुखदेव भगत और झारखंड विकास मोर्चा के पवन तिग्गा से है.
झारखंड में एक तरफ पहले चरण का चुनाव प्रचार ज़ोर पकड़ रहा है. तो वहीं, राज्य के खूंटी ज़िले में दस हज़ार लोगों के ख़िलाफ़ देशद्रोह के मामले दर्ज करने की खबर है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने गुरुवार को विधानसभा चुनाव वाले राज्य झारखंड के डाल्टनगंज में रैली कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाया.
बरहेट सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव (Barhait Assembly Elections) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का उम्मीदवार दूसरे, झारखंड विकास मोर्चा (JVM) का प्रत्याशी तीसरे, कांग्रेस उम्मीदवार चौथे तथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) का प्रत्याशी पांचवें स्थान पर रहे थे.
वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के हेमंत सोरेन ने जीत हासिल की थी, जबकि दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर क्रमशः भारतीय जनता पार्टी (BJP), कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के प्रत्याशी रहे थे.
जब से झारखंड में चुनाव आयोग ने झारखंड में पांच चरण में मतदान कराने की घोषणा की हैं तब से रघुबर दास सरकार के 'नक्सलवाद उन्मूलन' के सारे दावे धरे के धरे रह गये. बृहस्पतिवार को तो जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित साह झारखंड के चुनावी सभाओं में राज्य में नक्सलवाद पर अंकुश लगाने के लिए मुख्यमंत्री रघुबर दास का पीठ थपथपा रहे थे वहीं रांची में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने साफ़ कहा कि झारखंड के आला अधिकारियों ने उन्हें नक्सलवाद में कमी की कभी जानकारी नहीं दी.
जगन्नाथपुर सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव (Jaganathpur Assembly Elections) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का उम्मीदवार दूसरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का प्रत्याशी तीसरे, कांग्रेस का उम्मीदवार चौथे तथा निर्दलीय प्रत्याशी पांचवें स्थान पर रहे थे. पिछले चुनाव में इस सीट के मतदाताओं में से 4,919, यानी 4.3 फीसदी ने NOTA, यानी 'इनमें से कोई नहीं' का विकल्प चुना था.
वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर झारखंड विकास मोर्चा (JVM) के मिस्त्री सोरेन ने जीत हासिल की थी, जबकि दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर क्रमशः भारतीय जनता पार्टी (BJP), तृणमूल कांग्रेस (TMC), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) और निर्दलीय प्रत्याशी रहे थे.
वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के बन्ना गुप्ता ने जीत हासिल की थी, जबकि दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर क्रमशः भारतीय जनता पार्टी (BJP), झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और निर्दलीय प्रत्याशी रहे थे.
सुशील मोदी ने झारखंड में नीतीश कुमार की पार्टी का अलग लड़ने को मतभेद बताने वालों को जवाब दिया है. भाजपा ने साफ़ किया कि बिहार के बाहर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड अलग चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र है. झारखंड में भाजपा के वरिष्ठ नेता और अब बागी होकर मुख्यमंत्री रघुबर दास के ख़िलाफ़ चुनाव मैदान में डटे सरयू राय को जनता दल यूनाइटेड के समर्थन के बाद अटकलों पर विराम लगाते हुए सुशील मोदी ने कहा कि बिल्लियों के भाग्य से छींके नहीं टूटते.
जुलाई 2013 में JMM ने कांग्रेस और RJD के साथ मिलकर झारखंड में सरकार बनाई और हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री बने. वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में JMM ने राज्य में अकेले चुनाव लड़ा और पार्टी को 19 सीटों पर जीत मिली थी.
1999 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने शिबू सोरेने की पत्नी रूपी सोरेन को दुमका लोकसभा सीट से चुनाव में हराया था जिसके बाद उन्हें केंद्र के अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री बनाया गया था. 2000 में राज्य अलग होने के बाद 28 महीने तक बाबूलाव मरांडी राज्य के मुख्यमंत्री रहे. सहयोगी दलों के विरोध के बाद उन्हें अपने पद को छोड़ना पड़ा था.
बिहार का पशुपालन घोटाला वह घोटाला है जिसने बिहार की राजनीति को नई दिशा दे दी. यह घोटाला जब हुआ तब बिहार और झारखंड संयुक्त प्रदेश थे. भारतीय राजनीति में सबसे अधिक चर्चित घोटालों में से एक पशुपालन घोटाले को उजागर करने वाले नेता का नाम है सरयू राय. बीजेपी के नेता सरयू राय झारखंड में कैबिनेट मंत्री हैं और इस बार पार्टी से टिकट नहीं दिए जाने पर बगावत कर रहे हैं. वे अपनी परंपरागत सीट जमशेदपुर पश्चिम के अलावा जमशेदपुर पूर्व से भी उम्मीदवार हैं जो कि मुख्यमंत्री रघुबर दास की सीट है.