मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में हार स्वीकार करते हुए कांग्रेस की प्रदेश अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी में आत्मनिरीक्षण की जरूरत बताई।
सिंधिया ने कहा, जाहिर है कि यह हमारे लिए बहुत निराशाजनक है। यह पार्टी में बड़े स्तर पर पुनर्निर्माण और आत्मनिरीक्षण की जरूरत की ओर इशारा करता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पार्टी की जीत सुनिश्चित करने में कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व सामूहिक तौर पर नाकाम रहा। उन्होंने कहा, हम हर मोर्चे पर विफल, विफल और विफल रहे। पुनर्विचार की जरूरत है। राज्य में पार्टी का सामूहिक नेतृत्व हार के लिए जिम्मेदार है।
हालांकि सिंधिया का कहना है कि मध्य प्रदेश में नरेंद्र मोदी के व्यापक प्रचार का कोई असर नहीं पड़ा। उन्होंने जीत के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई दी। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि नरेंद्र मोदी का कोई प्रभाव रहा। अगर मध्य प्रदेश में किसी का असर रहा, तो वह शिवराज सिंह चौहान हैं। उन्हें दिल से बहुत-बहुत शुभकामनाएं हैं।
मध्य प्रदेश में गुना से लोकसभा सदस्य सिंधिया ने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजों का अगले साल होने वाले आम चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, यह लोकसभा चुनावों की झलक नहीं है। 2008 में याद करें, तो हम मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ दोनों जगह हार गए थे, लेकिन हम लोकसभा चुनावों में जीते थे। सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश में पार्टी नेतृत्व को मजबूत करने की जरूरत है।
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