चालीस सदस्यीय मिजोरम विधानसभा के लिए चुनाव प्रचार शाम को समाप्त हो गया और आखिरी दौर में राजनीतिक दलों ने अधिक से अधिक मतदाताओं का समर्थन हासिल करने का पूरा प्रयास किया।
राज्य में 25 नवंबर को चुनाव होने हैं। सोमवार को होने वाले चुनाव में 6.91 लाख मतदाता अपने मतधिकारों का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 3.5 लाख महिलाएं हैं। इस चुनाव में 142 उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य का फैसला होना है।
मुख्यमंत्री लाल थनहवला की अगुवाई में सत्तारूढ़ कांग्रेस के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री जोरामथंगा के मिजो नेशनल फ्रंट नीत विपक्षी गठबंधन मिजोरम डेमोक्रेटिक एलायंय (एमडीए) भी मैदान में है।
भाजपा, जोराम नेशनलस्टि पार्टी और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी में चुनावी मैदान में हैं।
मिजोरम में चुनाव अभियान शांतिपूर्ण रहा। प्रेसबीटेरियन चर्च नियंत्रित मिजोरम पीपुल्स फोरम (एमपीएफ) चुनाव अभियान पर नजर रख रहा था। चुनाव पर नजर रखने वाली एजेंसी एमपीएफ ने राजनीतिक दलों के लिए कई निर्देश जारी किए थे।
सत्तारूढ़ कांग्रेस की नई भूमि उपयोग नीति और विपक्षी मोर्च का प्रस्तावित विशेष आर्थिक विकास कार्यक्रम चुनाव प्रचार के दौरान प्रमुख मुद्दे रहे। राजनीतिक दलों ने राज्य में बेरोजगारी और पिछड़ेपन को भी जोरशोर से उठाया।
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