विज्ञापन
This Article is From Apr 09, 2024

वैज्ञानिकों ने बनाया दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल कैमरा, 3,200 मेगापिक्सल लेंस खोलेगा ब्रह्मांड के रहस्य

यह बहुत विशाल 3,200 मेगापिक्सेल का डिजिटल कैमरा सारे रिकॉर्ड को तोड़ने वाला है. इसे ब्रह्मांड के अभूतपूर्व डिटेल्स को रिकॉर्ड करने और मायावी डार्क मैटर और डार्क एनर्जी पर फ्लैश लाइट डालने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

वैज्ञानिकों ने बनाया दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल कैमरा, 3,200 मेगापिक्सल लेंस खोलेगा ब्रह्मांड के रहस्य
अब तक का सबसे बड़ा एस्ट्रोनॉमिकल इमेज डेटाबेस

अंतरिक्ष के सबसे गहरे और अब तक अंधेरे में छिपे राज यानी डार्क मैटर और डार्क एनर्जी को जल्द ही दुनिया 3,200 मेगापिक्सेल के रिज़ॉल्यूशन पर देख पाएगी. साइंटिस्ट एक नए और पावरफुल उपकरण लिगेसी सर्वे ऑफ स्पेस एंड टाइम (LSST) कैमरे के साथ ब्रह्मांड के महानतम रहस्यों को समझने जा रहे हैं. यह बहुत विशाल 3,200 मेगापिक्सेल का डिजिटल कैमरा सारे रिकॉर्ड को तोड़ने वाला है. इसे ब्रह्मांड के अभूतपूर्व डिटेल्स को रिकॉर्ड करने और मायावी डार्क मैटर और डार्क एनर्जी पर फ्लैश लाइट डालने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

एस्ट्रोनॉमिकल टेक्नोलॉजी में एक महत्वपूर्ण छलांग
अमेरिकी एनर्जी डिपार्टमेंट के ऑफिस ऑफ साइंस की ओर से फंडेड एलएसएसटी कैमरा एस्ट्रोनॉमिकल टेक्नोलॉजी (खगोलीय प्रौद्योगिकी) में एक महत्वपूर्ण छलांग लगाने वाला है. इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर वैज्ञानिकों की टीम दो दशकों से काम कर रहे थे. आकाशगंगाओं के घूमने को प्रभावित करने और ब्रह्मांड के ज्यादातर द्रव्यमान को शामिल करने के बावजूद, डार्क मैटर मौजूदा तमाम वैज्ञानिक उपकरणों के लिए छिपा हुआ ही रहता है. माना जाता है कि एक अन्य सैद्धांतिक इकाई डार्क एनर्जी ही ब्रह्मांड के विस्तार को तेज कर रही है.

चिली के वेरा सी रुबिन ऑबजर्वेटरी में रखा जाएगा
एलएसएसटी कैमरा ब्रह्मांड की हमारी समझ में क्रांति लाने के लिए तैयार है. फिलहाल, इसे चिली के सुदूर क्षेत्र में बन रहे वेरा सी रुबिन ऑबजर्वेटरी में रखा जाएगा. यह प्राइम लोकेशन अंतरिक्ष के दक्षिणी हिस्से पर लगातार नजर बनाए रखने के लिए चुना गया है. एस्ट्रोनॉमी (खगोल विज्ञान) के इस हेवीवेट चैंपियन कैमरे का वजन 3 टन है. यह किसी अंतरिक्ष कैमरे के लिए अब तक हासिल किए गए उच्चतम रिज़ॉल्यूशन का दावा करता है.

दिमाग चकरा देगा कैमरे का असाधारण रिज़ॉल्यूशन
इसके तीन विशाल लेंस में से सबसे बड़े का व्यास 5 फीट से अधिक है. यह काफी तेजी से इमेज क्लिक कर सकते हैं. 15 सेकंड के एक्सपोज़र टाइम और शार्प लेंस स्विचिंग के साथ एलएसएसटी कैमरा रात में भी आकाश के विशाल हिस्से का बेहद कुशलता से सर्वेक्षण कर सकेगा. कैमरे का असाधारण रिज़ॉल्यूशन दिमाग चकरा देने वाला है. यह 15 मील की दूरी से गोल्फ की गेंद की इमेज को कैच कर सकता है! इसकी हर इमेज पूर्णिमा से सात गुना अधिक चौड़े आकाशीय क्षेत्र को कवर करेगी.

अब तक का सबसे बड़ा एस्ट्रोनॉमिकल इमेज डेटाबेस
अंतरिक्ष वैज्ञानिक छह विशेष फिल्टर का इस्तेमाल कर कैमरे के लेंस को अनुकूलित कर सकते हैं. इससे उन्हें नजदीक, अल्ट्रा वायलेट और विजुअल लाइट सहित विभिन्न लाइट स्पेक्ट्रम का एनालिसिस करने की ताकत मिलती है. इस कैमरे की मल्टी डायनमिक क्षमता खगोलविदों के लिए एक बहुत व्यापक डेटासेट मुहैया कराएगी. एलएसएसटी कैमरे से अरबों आकाशगंगाओं और खगोलीय पिंडों की तस्वीरें लेने की उम्मीद है, जो अब तक का सबसे व्यापक एस्ट्रोनॉमिकल इमेज डेटाबेस तैयार करेगा.


ये Video भी देखें: Surya Grahan 2024: America और Canada से पहले Mexico में दिखा Total Solar Eclipse का नजारा

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com