अमेरिका के पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी (Pennsylvania State University) के प्रोफेसर थॉमस जौड्रे (Thomas Joudrey) इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं, वजह है उनका एक पोस्ट. पोस्ट में प्रोफेसर साहब ने अपने ही एक स्टूडेंट के असाइनमेंट (English assignment) को ऑनलाइन शेयर कर दिया. प्रोफेसर ने सुधार करने के बाद एक छात्र के "खराब" अंग्रेजी असाइनमेंट को शेयर किया है. मजेदार आलोचना के उद्देश्य से पोस्ट की गई इस तस्वीर ने सोशल मीडिया पर यूजर्स की राय को बांट दिया, जिससे प्राइवेसी, टीचिंग एथिक्स और राइटिंग स्टैंडर्ड्स पर बहस छिड़ गई.
पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर थॉमस जौड्रे ने एक्स पर एक ग्रेजुएशन के असाइनमेंट की तस्वीर शेयर की. असाइनमेंस में दिख रहा निबंध कई सारी गलतियों और अजीबोगरीब वाक्यांशों से भरा हुआ था. जौड्रे ने इसमें बहुत सारे सुधार किए और तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की. उन्होंने पोस्ट के कैप्शन में निराशा व्यक्त की: "स्नातक लेखन बहुत खराब हो गया है. देखो मेरे एक छात्र ने क्या लिखा है."
यहां पोस्ट पर एक नज़र डालें
स्टूडेंट के असाइनमेंट पेपर को पब्लिकली शेयर करने के लिए कुछ यूजर्स ने प्रोफेसर की आलोचना की तो वहीं कुछ उनकी तारीफ भी कर रहे हैं. एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, “पता नहीं यह छात्र कैसा महसूस करेगा कि उनके प्रोफेसर उन्हें सोशल मीडिया पर अपमानित कर रहे थे. ज़रूर, पहचान हटा दी गई है, लेकिन मज़ाक उड़ाने के बजाय सिखाना और सुधारना बेहतर है.”
एक अन्य ने लिखा, “मैंने पांच साल तक ग्रेजुएशन असाइनमेंट के एडिटर के रूप में काम किया. यह लेखन उदाहरण औसत है, लेकिन बुरा नहीं है. एनोटेट की गई कई 'त्रुटियां' राय और व्यक्तिगत शैली के मामले हैं, न कि वास्तविक व्याकरण संबंधी त्रुटियां. एक्स पर पोस्ट करने की कोई जरूरत नहीं है.”
कई यूजर्स ने सहमति के बिना असाइनमेंट पोस्ट करने की नैतिकता पर सवाल उठाया. एक ने लिखा, “क्या आपको उनके काम को सार्वजनिक रूप से पोस्ट करने और उनका मज़ाक उड़ाने की भी अनुमति है?” दूसरी ओर यूजर्स के एक वर्ग ने जौड्रे का बचाव करते हुए दावा किया कि, पोस्ट को राइटिंग स्टैंडर्ड्स के अभियोग के रूप में गलत समझा गया.
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